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बेटा काहे नहीं दिया किडनी... मायके वाली टिप्पणी से आगबबूला रोहिणी ने पत्रकार को लगाया फोन, फिर क्या हुआ जानिए

लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने बिहार के एक वरिष्ठ पत्रकार को टेलीफोन कर सुनाई जमकर खरी-खोटी. पत्रकार ने एक टीवी शो में की थी टिप्पणी.

बेटा काहे नहीं दिया किडनी... मायके वाली टिप्पणी से आगबबूला रोहिणी ने पत्रकार को लगाया फोन, फिर क्या हुआ जानिए
नई दिल्ली:

बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के संस्थापक लालू प्रसाद यादव के परिवार की कलह बढ़ती ही जा रही है. हार के बाद से ही परिवार में जिम्मेदारी लेने के नाम पर हमलावर हुईं लालू की बेटी रोहिणी आचार्य लगातार सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं. वह अपनी बात सोशल मीडिया पर रख रही हैं. उन्होंने मंगलवार को भी सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट किया. इसमें बिहार के एक पत्रकार के साथ हुई उनकी पौने छह मिनट की बातचीत का वीडियो है. इसमें वो जिस पत्रकार का जिक्र कर रही हैं, उन्होंने एक शो में कह दिया था कि शादी-शुदा बेटियों को मायके छोड़कर ससुराल में रहना चाहिए. इस वीडियो में वह पत्रकार को जमकर खरी-खोटी सुना रही हैं. 

पत्रकार ने कहा क्या था

दरअसल इस पत्रकार ने एक टीवी चैनल (एनडीटीवी नहीं) पर कहा था कि शादी के बाद बेटियां अपने पति के साथ रहती हैं और बुलाने पर कभी-कभार अपने पिता या मां के यहां आ जाएंगी या कभी-कभी मां-बाप को देखने आ जाएंगी.  

वरिष्ठ पत्रकार के इस बयान से ही रोहिणी आचार्य आहत हैं. वो पत्रकार से पूछती हैं कि क्या आप यह हिसाब-किताब रखे हैं कि मैं अपने मां-बाप के पास कितना आती-जाती हूं. इस वीडियो में रोहिणी का गला बैठा हुआ लग रहा हैं और वो भर्राई हुई आवाज में अपनी बात कह रही हैं. वो उन्हें भर्राई आवाज में यह कहते सुना जा सकता है कि यह बात आप अपनी बेटियों को कहिएगा, अपनी बहन को कहिएगा, अपनी मां को कहिएगा और अपनी बहु को कहिएगा. उन्हें यह भी कहते हुए सुना जा सकता है कि इस बेटी का ठेका आपने नहीं लिया है. वो यह भी कहती हैं कि इस बेटी का जिम्मा लालू यादव और रबड़ी देवी ने लिया है. वो यह भी कहती हैं, ''मैं कितना देर अपने मायके में बैठती हूं, इसका हिसाब-किताब आप जाकर कर लीजिएगा.आपकी तरह घटिया आदमी नहीं हैं हम, समझे.'' 

किसे बताया पत्रकार का बॉस और नेता

वो कहती हैं, ''मैं अपने पति के घर में बैठती हूं. मां-बाप जब-जब बुलाते हैं, मैं जाती हूं. इस बार भी आपके बॉस-आपके लीडर तेजस्वी यादव ने बुलाया था, तब मैं वहां गई थी.जाकर आप रजिस्टर में चेक कर लीजिएगा कि मैं कितना दिन मायके में बैठती है.''

लालू यादव जब गंभीर रूप से बीमार थे तो उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अपनी एक किडनी देकर जान बचाई थी.

लालू यादव जब गंभीर रूप से बीमार थे तो उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने अपनी एक किडनी देकर जान बचाई थी.

वो पत्रकार से पूछती हैं, ''आपने यह बता दिया कि शादीशुदा औरतों का क्या काम है,यह आपने तो सहीं से बता दिया. लेकिन आपकी हिम्मत यह पूछने की क्यों नहीं हुई कि शादीशुदा औरत की हिम्मत कैसे हुई अपने बाप को किडनी देने की. बेटे ने किडनी क्यों नहीं दी.यह रोहिणी आचार्य आपसे पूछ रही है.'' इस पर पत्रकार को यह कहते सुना जा सकता है कि आप क्रोध में हैं. इस पर रोहिणी कहती हैं कि क्रोध में हम नहीं हैं, केवल सवाल पूछ रहे हैं. वो कहती हैं कि आपने यह क्यों नहीं कहा कि शादीशुदा महिला को अपने बाप को किडनी नहीं देनी चाहिए. इस पर पत्रकार कहते हैं कि लालू यादव को तो मैं भी किडनी दे सकता हूं. इस पर वो कहती हैं कि आइए दीजिए, जब देने की बात आई तो बेटा भाग गया और आप आए हैं किडनी देने के लिए. 

रोहिणी के इस सवाल पर पत्रकार कहते हैं कि लालू यादव के लिए करोड़ों लोग किडनी देने को तैयार हैं, इस पर रोहिणी कहती हैं कि किडनी के लिए बहुत से लोग मर रहे हैं, आइए आप लोग लालू जी के नाम पर किडनी दान दीजिए. आइए हिम्मत हैं, एक बोतल खून देने की हिम्मत नहीं हैं और आए हैं यहां बकवास करने के लिए. वो कहती हैं कि आपको हम खींचकर लाएंगे मीडिया के सामने बात करने के लिए, अगर हिम्मत है तो आइए.

रोहिणी के यह कहने पर पत्रकार कहते हैं कि मैं आपसे बात नहीं कर सकता हूं. इस पर रोहिणी कहती हैं कि आपकी हिम्मत नहीं है, आज आपकी मां को भी शर्म आ रही होगी आप जैसा घटिया बेटा पैदा करने को लेकर. इस पर वो कहते हैं कि आप अभी गुस्सा में हैं,बाद में बा करिएगा. उनके यह कहने पर रोहिणी कहती हैं कि आप बाद में बात करने लायक नहीं हैं. ट

लालू परिवार में रार

विधानसभा चुनाव में मिली हार के साथ-साथ पार्टी को संस्थापक लालू प्रसाद के परिवार में बढ़ती कलह से भी दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने रविवार को आरोप लगाया था कि 'गंदा किडनी' दान करने के एवज में उन्हें रुपये और टिकट का लालच दिए जाने की बात कहकर अपमानित किया गया. सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि उन्हें अनाथ बना दिया गया और विवाहित महिलाओं को सलाह दी कि अगर पिता का बेटा हो, तो पिता को बचाने की गलती न करें.

इससे पहले शनिवार को रोहिणी ने शनिवार को सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा था कि वह राजनीति और परिवार से नाता तोड़ रही हैं. उन्होंने राजद की चुनावी हार का जिम्मेदार अपने भाई तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगियों हरियाणा से ताल्लुक रखने वाले राजद के राज्य सभा सांसद संजय यादव और उत्तर प्रदेश के एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले रमीज को जिम्मेदार ठहराया था.

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