कोलकाता महिला डॉक्टर रेप और मर्डर केस को लेकर देशभर में रोष दिख रहा है. इस मामले में इंसाफ की मांग ने ऐसा जोर पकड़ा कि देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज होने लगे. ट्रेनी महिला डॉक्टर रेप मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने की तमाम कोशिशें की जा रही है. इस बीच सीबीआई की आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से दसवें दिन भी पूछताछ जारी है. सुबह संदीप घोष सीबीआई दफ्तर पहुंचे. संदीप घोष से 9 दिनों में अब तक 100 घंटों से ज्यादा की पूछताछ हो चुकी है.
आरजी कर अस्पताल में भ्रष्टाचार को लेकर छापेमारी
सीबीआई के अधिकारियों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, पूर्व चिकित्सा अधीक्षक सह उप प्राचार्य संजय वशिष्ठ और 13 अन्य लोगों के कोलकाता व उसके आसपास स्थित परिसरों में रविवार को छापे मारे. सीबीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने मरीजों की देखभाल और प्रबंधन के लिए सामग्री की आपूर्ति से जुड़े लोगों के आवासों और कार्यालयों पर भी छापे मारे.
कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर एफआईआर दर्ज
कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर दर्ज अपनी प्राथमिकी में सीबीआई ने घोष और कोलकाता स्थित तीन निजी इकाइयों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. एजेंसी ने घोष और निजी इकाइयों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 120 बी (आपराधिक साजिश), 420 (धोखाधड़ी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई के कम से कम 7 अधिकारियों ने सुबह आठ बजे घोष से बेलियाघाटा स्थित उनके आवास पर पूछताछ की, जबकि अन्य ने अस्पताल के पूर्व चिकित्सा अधीक्षक व उप प्राचार्य वशिष्ठ तथा चिकित्सा प्रतिष्ठान के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के एक अन्य प्राचार्य से पूछताछ की.
उन्होंने बताया कि केंद्रीय बलों के एक बड़े दल के साथ सुबह करीब छह बजे घोष के आवास पर पहुंची सीबीआई की टीम को करीब डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ा, जिसके बाद पूर्व प्राचार्य ने दरवाजा खोला. अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी के अन्य अधिकारी हावड़ा में एक आपूर्तिकर्ता के घर गए. उन्होंने कहा, ‘‘वशिष्ठ से पूछताछ की जा रही है कि अस्पताल में हुई वित्तीय अनियमितताओं के बारे में उन्हें कितनी जानकारी थी.''
सीबीआई अधिकारियों के एक अन्य दल ने अस्पताल में पूर्व प्रिंसिपल के कार्यालय पर भी छापा मारा और वह शैक्षणिक भवन की कैंटीन (भोजनालय) में भी गया. उन्होंने वर्तमान प्राचार्य मानस कुमार बंद्योपाध्याय को सुबह अस्पताल पहुंचने और चिकित्सा प्रतिष्ठान में छापेमारी के दौरान उनके साथ रहने को कहा.
क्या है मामला
नौ अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर का रेप और मर्डर किया गया, जिसके बाद इस मामले में कोलकाता पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. इस जघन्य अपराध के परिणामस्वरूप चिकित्सकों ने देश भर में विरोध प्रदर्शन किया. कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर, सीबीआई ने हत्या के अलावा कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले दर्ज किए हैं.
(भाषा इनपुट्स के साथ)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं