
राजा रघुवंशी केस में बड़ा खुलासा हुआ है. मेघालय पुलिस ने बताया कि इस मर्डर केस में मास्टरमाइंड सोनम रघुवंशी ही है. सोनम के साथ 4 और लोगों को अरेस्ट किया है. वहीं ऑटोप्सी रिपोर्ट भी सामने आ चुकी है, जिसमें बताया गया है कि राजा के सिर पर आगे और पीछे की तरफ से दो वार किए गए थे. इस खबर के सामने आने के बाद हर कोई अचंभित है कि आखिर कैसे कोई पत्नी अपने पति की हत्या करवा सकती है. अगर कोई आपको पसंद नहीं तो आप उसे छोड़ सकते हैं, मर्डर करने की क्या जरूरत थी. इसे लेकर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स तो ये भी कह रहे हैं कि पहले के जमाने में देखे परखे परिवार में शादी का रिश्ता जोड़ना चाहिए. तो चलिए जानते हैं कि सोनम और राजा का रिश्ता कैसे जुड़ा था.

राजा के परिवार के बारे में जानकारी
राजा रघुवंशी का संयुक्त परिवार था और वे इंदौर के सहकार नगर में रहते थे. माता-पिता और दो भाई हैं, दोनों विवाहित हैं. इनका पारिवारिक ट्रांसपोर्ट का काम है. 11 मई 2025 को सोनम रघुवंशी से शादी हुई. मेघालय के जंगलों में 23 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या.

शुरुआत: रामनवमी, एक पुस्तिका और अरेंज मैरिज
- 1 अक्टूबर 2024 को समाज की युवक-युवती परिचय पुस्तिका में राजा रघुवंशी और सोनम के नाम जुड़ते हैं.
- दोनों परिवार एक दूसरे को नहीं जानते थे. पुस्तिका छपी, लड़की वालों ने लड़के की प्रोफाइल देखी जो कि उन्हें पसंद आई.
- राजा की मां उमा रघुवंशी ने बताया कि लड़की वालों ने हमसे संपर्क किया.रिश्ता तय हो गया
- 11 मई 2025 को दोनों की शादी हुई.
- 20 मई को दोनों हनीमून के लिए मेघालय रवाना होते हैं.
- 23 मई को राजा की लाश एक जंगल में मिलती है. चेहरे पर वार, शरीर पर घाव, मोबाइल ऑफ, कोई कॉल डिटेल नहीं, सोनम लापता
- पुलिस को शक है कि हत्या सुनियोजित थी. सोनम ने सब कुछ प्लान किया
- फिलहाल सोनम हिरासत में है. राजा का परिवार सदमे में
- और इंदौर से मेघालय तक हर कोई बस एक ही बात पूछ रहा है — ये प्यार था या प्लान?
सोनम रघुवंशी के परिवार के बारे में जानकारी
वहीं सोनम रघुवंशी का घर कुशवाह नगर इंदौर में है. माता-पिता देवी सिंह रघुवंशी और संगीता रघुवंशी की प्लाइवुड की फैक्ट्री है. भाई गोविंद रघुवंशी विवाहित है और एक बच्चा है. बताया जा रहा है कि सोनम पिता की फ्लाइवुड की फैक्ट्री का हर डिपार्टमेंट खुद संभालती थी. उसी फैक्ट्री में बिलिंग डिपार्टमेंट में आरोपी राज कुशवाह काम करता था.

जानें कैसे हुआ था रिश्ता
राजा और सोनम का रिश्ता 1 अक्टूबर 2024 को समाज की परिचय पुस्तिका के जरिए हुआ था. इस समाज का हर साल रामनवमी के दिन सामूहिक भंडारा आयोजित होता है. उसी अवसर पर विवाह योग्य युवक युवतियों के नाम समाज की परिचय पुस्तिका के लिए दर्ज किए जाते हैं. उसी दिन सोनम का नाम दर्ज हुआ और उसी दिन राजा के परिवार ने भी अपने बेटे का नाम शादी योग्य युवक के लिए उसमें जोड़ा था. दोनों परिवार एक-दूसरे को नहीं जानते थे. पुस्तिका प्रकाशित होने पर सोनम के परिवार को राजा का प्रोफाइल पसंद आया. सबसे बड़ी बात ये थी कि वो भी इंदौर के ही थे. उन्हें लगा कि बेटी शहर की शहर में ही रहेगी. राजा के परिजनों का कहना है कि उन्हें सोनम के परिवार की ओर से ही फोन आया था. ये रिश्ता पूरी तरह से अरेंज मैरिज था और दोनों परिवारों की सहमति से तय हुआ था. दोनों ही इस रिश्ते से संतुष्ट थे. समाज की परिचय पुस्तिका से शुरू हुई कहानी मेघालय के जंगलों में खून से लथपथ एक लाश पर जाकर खत्म हुई.

दोनों अपने-अपने परिवार के बिजनेस को आगे बढ़ा रहे थे
राजा रघुवंशी परिवार का सबसे छोटा बेटा था. पढ़ाई के बाद पिछले चार सालों से रघुवंशी ट्रांसपोर्ट के अकाउंट और ऑपरेशंस संभाल रहा था. उनका पारिवारिक कारोबार मुख्य रूप से स्कूल और कोचिंग संस्थानों को बसें किराये पर देने का है, जो 2007 से सुचारू रूप से चल रहा था.वहीं सोनम रघुवंशी अपने पिता की प्लाईवुड फैक्ट्री का हर विभाग खुद देखती थी. वह एक ऐसा आत्मविश्वासी चेहरा था, जिसे देखकर कोई भी कह सकता था कि ये लड़की फैमिली बिजनेस को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है. इसी फैक्ट्री के बिलिंग डिपार्टमेंट में राज कुशवाहा काम करता था.
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