शिवसेना (Shiv Sena) एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) गुट के सांसद गजानन कीर्तिकर (Gajanan Kirtikar ) ने ईडी (ED) पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने बेटे अमोल कीर्तिकर के खिलाफ ईडी की जांच को गलत बताया है.अमोल कीर्तिकर उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के उम्मीदवार हैं, जबकि सांसद गजानन कीर्तिकर एकनाथ शिंदे सेना में हैं. गजानन कीर्तिकर ने कहा है कि खिचड़ी मामले में ईडी द्वारा हो रही जांच गलत है.उसमें ईडी का कोई मामला नहीं बनता है. खिचड़ी का मामला सिर्फ एक व्यवसाय में नफे का है, जिसका इनकम टैक्स भी भरा गया है. इसमें कोई स्कैम या मनी लॉन्ड्रिंग नहीं हुई है.
खिचड़ी सप्लाई चेन का काम, कुछ भी गलत नहीं
गजानन कीर्तिकर ने ये भी कहा कि संजय माशेलकर जो शिवसेना के पदाधिकारी हैं की कंपनी उन्होंने बनाई थी.
उनके बेटे अमोल कीर्तिकर और सूरज चव्हाण उस कंपनी में नही हैं. अमोल ने कॉविड के समय जब बाहर निकलना मुश्किल था तब खिचड़ी की सप्लाई चेन का काम किया ताकि लोगों तक खिचड़ी पहुंच सके, इसलिए इसमें कुछ गलत नहीं है.
ईडी के सामने हाजिर हो चुके हैं अमोल
सांसद ने आगे बोला है कि अमोल कीर्तिकर को दो बार ईडी ने समन किया.वह ईडी के सामने हाजिर भी हुए हैं. ईडी ने जो दस्तावेज मांगा अमोल ने वो सब दस्तावेज दिखाया. दूसरी बार ईडी ने फिर से वही पेपर मांगा और वही सवाल पूछ रही है. ईडी सिर्फ अमोल कीर्तिकर पर दबाव बना रही है, जबकि अमोल कीर्तिकर पर कोई क्रिमिनल केस नही है. यह सब बंद होना चाहिए.
ED की जांच से लोगों को होने लगी है चिढ़
गजानन कीर्तिकर ने ये भी कहा कि देश विकास कर रहा है. पीएम मोदी का नारा है, अबकी बार 400 के पार.
बीजेपी ने NDA गठबंधन बनाया जिसमें सब लोग एक साथ हैं, 400 के पार हो भी जायेगा लेकिन ऐसे ईडी का दबाव बनाना गलत है. ईडी की जांच पर रोक लगनी चाहिए क्योंकि जनता को अब ED की जांच से चिढ़ होने लगी है, गलत मैसेज जा रहा है.
बीजेपी ने संयम से काम लेने को कहा
बीजेपी ने गजानन कीर्तिकर पर हमला बोलते हुए उन्हें संयम से काम लेने को कहा है. उत्तर पश्चिम इलाके से बीजेपी विधायक अमित साटम ने कहा है कि गजानन कीर्तिकर पुत्र प्रेम के मोह में इस तरह का बयान दे रहे हैं.
बेटे अमोल को उद्धव खेमे ने दिया है टिकट
गौरतलब है कि गजानन कीर्तिकर दो बार से सांसद हैं और तीसरी बार भी एकनाथ शिंदे गुट से लड़ना चाहते थे, लेकिन उद्धव ठाकरे ने महाविकास आघाड़ी से उनके बेटे अमोल कीर्तिकर को ही उम्मीदवार बना दिया इसलिए बेटे के सामने लड़ने से उन्होंने खुद मना कर दिया है, हालांकि उनका अब अभी दावा है कि वो महायुति में हैं इसलिए चुनाव में अपने बेटे के खिलाफ भी प्रचार करेंगे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं