हरदाीप सिंह निज्जर कैसे बना खालिस्तानी आतंकवादी
जिस हरदीप सिंह निज्जर की मौत को लेकर भारत और कनाडा के रिश्तों (India Canada Row) में तल्खी आ गई है और दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते भी खराब होने लगे हैं, आखिर पंजाब की मिट्टी में पला-बढ़ा वह निज्जर खालिस्तानी आतंकी कैसे बन गया? हरदीप सिंह निज्जर पंजाब के जालंधर के गांव भार सिंह पुरा का रहने वाला था. शुरुआती दिनों से ही उसके संबंध स्थानीय गुंडों से थे.
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- 1980 और 90 के दशक में गुरनेक सिंह@नेका से प्रभावित होकर वह गैंगस्टर बनने की ओर कदम बढ़ाने लगा था. पहले वह खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) के आतंकवादियों के साथ जुड़ा और बाद में 2012 से वह खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) प्रमुख जगतार सिंह तारा के करीब आ गया.
- हरदीप सिंह निज्जर का नाम जब कई आतंकवादी गतिविधियों में आने लगा तो साल1996 में फर्जी पासपोर्ट पर वह कनाडा भाग गया. निज्जर कनाडा में एक ट्रक ड्राइवर के रूप में काम करने लगा, ताकि लो प्रोफाइल होने की वजह से वह किसी की नजर में ना आए. उसके बाद वह पाकिस्तान में केटीएफ चीफ जगतार सिंह तारा के संपर्क में आ गया.
- बैसाखी जत्था सदस्य की आड़ में निज्जर साल 2012 में अप्रैल महीने में पाकिस्तान दौरे पर पहुंचा और करीब 14 दिन तक उसने पाकिस्तान में हथियार और विस्फोटक की ट्रेनिंग ली.
- कनाडा वापस लौटने के बाद निज्जर ने ड्रग्स और हथियारों की तस्करी में लगे अपने सहयोगियों के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों के लिए पैसा जुटाना शुरू कर दिया.
- निज्जर ने जगतार सिंह तारा के साथ मिलकर पंजाब में आतंकी हमले को अंजाम देने की प्लानिंग शुरू करते हुए कनाडा में एक गिरोह खड़ा किया, जिसमें मनदीप सिंह धालीवाल, सरबजीत सिंह, अनुपवीर सिंह और दर्शन सिंह फौजी शामिल थे.
- निज्जर ने दिसंबर 2015 में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में हथियारों की ट्रेनिंग ली. साल 2014 में निज्जर ने हरियाणा के सिरसा के डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय पर आतंकी हमले को अंजाम देने की प्लानिंग की थी लेकिन वह भारत नहीं पहुंच सका था.
- निज्जर ने अपने मॉड्यूल को पूर्व डीजीपी मोहम्मद इजहार आलम, पंजाब स्थित शिव सेना नेता निशांत शर्मा और बाबा मान सिंह पिहोवा वाले को निशाना बनाने का निर्देश दिया.
- पंजाब में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए निज्जर ने पंजाब के गैंगस्टर अर्शदीप सिंह गिल उर्फ अर्श डाला के साथ हाथ मिला लिया.
- निज्जर ने साल 2020 में अर्शदीप को खालिस्तानी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए मशहूर बाप-बेटे मनोहर लाल अरोड़ा और जतिंदरबीर सिंह अरोड़ा की हत्या करने का जिम्मा सौंपा.
- मनोहर लाल की 20 नवंबर को बठिंडा में उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी लेकिन उनका बेटा वहां से भाग गया था. दोनों की हत्या के लिए निज्जर ने कनाडा से अर्शदीप को रकम भेजी थी.
- साल 2021 में हरदीप सिंह निज्जर ने अर्शदीप को अपने ही गांव भार सिंह पुरा के पुजारी की हत्या करने का काम सौंपा था, हालांकि पुजारी बच गया था. इस तरह निज्जर ने कनाडा में पर्दे के पीछे से पंजाब में आतंक का इकोसिस्टम तैयार किया था.
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