जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सेना पर एक बड़े आतंकवादी हमले के दो सप्ताह बाद, पुलिस ने दो आतंकवादी मर्थकों को गिरफ्तार किया है. इन पर आरोप है कि हमले में शामिल पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के समूहों को मदद की है. इस हमले में सेना के 5 जवान शहीद हुए थे और 5 घायल हो गए थे. देखा जाए तो पुलिस के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. गिरफ्तार 2 आतंकी समर्थकों से कई जानकारियां हासिल हो सकती हैं.
ये गिरफ्तारियां कठुआ में बड़ी कार्रवाई के बाद की गई हैं. इन दोनों आतंकवादी समर्थकों को गिरफ्तार करने से पहले करीब 100 लोगों को पूछताछ की गई है. आरोपियों के अनुसार पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा करने से इनकार कर दिया गया, जिससे आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई.
पुलिस ने कहा, "गिरफ्तार हुए दोनों आतंकवादी समर्थकों ने जानबूझकर पुलिस से महत्वपूर्ण जानकारियां छिपाई हैं. दोनों आरोपी कठुआ जिले के बिलावर और मल्हार इलाके के रहने वाले हैं जहां 9 जुलाई को हमला हुआ था.
क्या है पूरा मामला?
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकवादियों और सेना के जवानों के बीच भीषण मुठभेड़ में सेना के 5 जवान शहीद हो गए. साथ ही 5 अन्य घायल हो गए. शहीद होने वाले सभी जवान उत्तराखंड के हैं. सेना के सूत्रों ने बताया कि आतंकियों की तरफ से पहले हमले किए गए, जवान की तरफ से जवाबी कार्रवाई की गई. सेना के कुछ वाहन इलाके में नियमित गश्त पर थे.
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