पी चिदंबरम अपने बेटे कार्ति के साथ (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने रविवार को कहा कि कार्ति को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है, क्योंकि वह मेरे पुत्र हैं, लेकिन वास्तविक निशाना मैं हूं। चिदंबरम ने इन आरोपों को 'दुर्भावनापूर्ण एवं पूरी तरह से गलत' बताते हुए खारिज कर दिया कि कार्ति के पास विदेशों में अघोषित सम्पत्ति है।
चिदंबरम ने यह भी कहा कि यदि सरकार यह मानती है कि कार्ति के पास कथित अघोषित सम्पत्ति है, तो उनके बेटे ऐसी सम्पत्ति को एक रुपये की नाममात्र की कीमत पर हस्तातंरित करने के लिए स्वेच्छा से किसी भी दस्तावेज को तैयार कर दे देंगे।
चिदंबरम अपने पुत्र कार्ति द्वारा कथित तौर पर विश्व भर में रियल इस्टेट में किए गए निवेश के बारे में हाल में मीडिया में आई खबरों के बारे में प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा, 'कुछ दिन पहले एक समाचार प्रकाशित हुआ था जिसमें मेरे पुत्र कार्ति चिदंबरम के बारे में बेबुनियाद एवं बिना सोचे-समझे आरोप लगाए गए थे और उसका निहितार्थ मेरे खिलाफ था। यह हर किसी को स्पष्ट था कि वह एक गढ़ी हुई खबर थी।'
चिदंबरम ने कहा, 'यदि सरकार को लगता है कि कार्ति के पास अघोषित सम्पत्ति है तो मैं सरकार से कहूंगा कि वह ऐसी कथित अघोषित सम्पत्ति की एक सूची बनाए। कार्ति चिदंबरम ऐसी सम्पत्ति (कथित तौर पर अघोषित) का अंतरण मात्र एक रुपये में उसे करने को तैयार हैं और इसके लिए यदि कोई दस्तावेज की जरूरत होगी तो वह स्वैच्छिक रूप से तैयार कर दे देंगे। सरकार को कथित अघोषित सम्पत्ति का मालिक बनने दीजिए।'
मीडिया की खबर में आरोप लगाया गया था कि कार्ति ने विश्व के अलग-अलग हिस्सों में अपने लिए एक बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया है तथा वह 14 देशों में अन्य व्यापारिक गतिविधियों में शामिल हैं। यह जानकारी प्रवर्तन निदेशालय के छापों के दौरान जब्त दस्तावेजों एवं एयरसेल-मैक्सिस घोटाले की आयकर विभाग की जांच इकाई की जांच में सामने आई है। चिदंबरम ने एक बयान में कहा, 'मैं यह बयान अपने परिवार के सभी सदस्यों की ओर से जारी कर रहा हूं। हमें पता है कि कार्ति को केवल इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह मेरे पुत्र हैं और वास्तविक निशाना मैं हूं। मैं आरोपों के पीछे के उद्देश्यों एवं खबर के समय को समझता हूं। अंतत: सच्चाई की जीत होगी।'
उन्होंने कहा कि कार्ति विरासत में मिली सम्पत्ति के प्रबंधन के अलावा एक वैध व्यवसाय चलाते हैं। उन्होंने कहा कि कार्ति कई सालों से टैक्स रिटर्न भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कार्ति ने विधिवत एवं नियमित रूप से प्रत्येक वर्ष अपना टैक्स रिटर्न दाखिल किया है, जिसमें सम्पत्ति एवं देनदारियों के विवरण रहे हैं। आयकर विभाग ने निर्धारण वर्ष 2013-14 तक निर्धारण पूरा किया है।
उन्होंने कहा, 'उनकी (कार्ति) सभी सम्पत्ति एवं देनदारियों का टैक्स रिटर्न में पूरा खुलासा किया गया है। उनके पास कहीं पर भी कोई अघोषित सम्पत्ति नहीं है। वह और उनका व्यापार कानून एवं आयकर विभाग तथा सभी अन्य संबंधित नियमन प्राधिकारों के नियमों के तहत हैं। यह आरोप असंगत, दुर्भानापूर्ण और पूरी तरह से गलत है कि उनके पास अघोषित सम्पत्ति है।' कार्ति धनशोधन के आरोपों को खारिज करते हुए पहले ही कह चुके हैं कि उनका व्यापार देश के सभी कानूनों एवं नियमों के अनुरूप है।
कार्ति की कथित सम्पत्ति के मुद्दे पर गत सप्ताह दो दिनों तक संसद की कार्यवाही बाधित हुई थी। अन्नाद्रमुक और बीजद जैसी पार्टियों ने पूर्व मंत्री चिदंबरम के पुत्र के खिलाफ पूरी जांच एवं कार्रवाई की मांग की।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
चिदंबरम ने यह भी कहा कि यदि सरकार यह मानती है कि कार्ति के पास कथित अघोषित सम्पत्ति है, तो उनके बेटे ऐसी सम्पत्ति को एक रुपये की नाममात्र की कीमत पर हस्तातंरित करने के लिए स्वेच्छा से किसी भी दस्तावेज को तैयार कर दे देंगे।
चिदंबरम अपने पुत्र कार्ति द्वारा कथित तौर पर विश्व भर में रियल इस्टेट में किए गए निवेश के बारे में हाल में मीडिया में आई खबरों के बारे में प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होंने कहा, 'कुछ दिन पहले एक समाचार प्रकाशित हुआ था जिसमें मेरे पुत्र कार्ति चिदंबरम के बारे में बेबुनियाद एवं बिना सोचे-समझे आरोप लगाए गए थे और उसका निहितार्थ मेरे खिलाफ था। यह हर किसी को स्पष्ट था कि वह एक गढ़ी हुई खबर थी।'
चिदंबरम ने कहा, 'यदि सरकार को लगता है कि कार्ति के पास अघोषित सम्पत्ति है तो मैं सरकार से कहूंगा कि वह ऐसी कथित अघोषित सम्पत्ति की एक सूची बनाए। कार्ति चिदंबरम ऐसी सम्पत्ति (कथित तौर पर अघोषित) का अंतरण मात्र एक रुपये में उसे करने को तैयार हैं और इसके लिए यदि कोई दस्तावेज की जरूरत होगी तो वह स्वैच्छिक रूप से तैयार कर दे देंगे। सरकार को कथित अघोषित सम्पत्ति का मालिक बनने दीजिए।'
मीडिया की खबर में आरोप लगाया गया था कि कार्ति ने विश्व के अलग-अलग हिस्सों में अपने लिए एक बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया है तथा वह 14 देशों में अन्य व्यापारिक गतिविधियों में शामिल हैं। यह जानकारी प्रवर्तन निदेशालय के छापों के दौरान जब्त दस्तावेजों एवं एयरसेल-मैक्सिस घोटाले की आयकर विभाग की जांच इकाई की जांच में सामने आई है। चिदंबरम ने एक बयान में कहा, 'मैं यह बयान अपने परिवार के सभी सदस्यों की ओर से जारी कर रहा हूं। हमें पता है कि कार्ति को केवल इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह मेरे पुत्र हैं और वास्तविक निशाना मैं हूं। मैं आरोपों के पीछे के उद्देश्यों एवं खबर के समय को समझता हूं। अंतत: सच्चाई की जीत होगी।'
उन्होंने कहा कि कार्ति विरासत में मिली सम्पत्ति के प्रबंधन के अलावा एक वैध व्यवसाय चलाते हैं। उन्होंने कहा कि कार्ति कई सालों से टैक्स रिटर्न भर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कार्ति ने विधिवत एवं नियमित रूप से प्रत्येक वर्ष अपना टैक्स रिटर्न दाखिल किया है, जिसमें सम्पत्ति एवं देनदारियों के विवरण रहे हैं। आयकर विभाग ने निर्धारण वर्ष 2013-14 तक निर्धारण पूरा किया है।
उन्होंने कहा, 'उनकी (कार्ति) सभी सम्पत्ति एवं देनदारियों का टैक्स रिटर्न में पूरा खुलासा किया गया है। उनके पास कहीं पर भी कोई अघोषित सम्पत्ति नहीं है। वह और उनका व्यापार कानून एवं आयकर विभाग तथा सभी अन्य संबंधित नियमन प्राधिकारों के नियमों के तहत हैं। यह आरोप असंगत, दुर्भानापूर्ण और पूरी तरह से गलत है कि उनके पास अघोषित सम्पत्ति है।' कार्ति धनशोधन के आरोपों को खारिज करते हुए पहले ही कह चुके हैं कि उनका व्यापार देश के सभी कानूनों एवं नियमों के अनुरूप है।
कार्ति की कथित सम्पत्ति के मुद्दे पर गत सप्ताह दो दिनों तक संसद की कार्यवाही बाधित हुई थी। अन्नाद्रमुक और बीजद जैसी पार्टियों ने पूर्व मंत्री चिदंबरम के पुत्र के खिलाफ पूरी जांच एवं कार्रवाई की मांग की।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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