
- कर्नाटक के मुख्यमंत्री बदलने की अटकलों के बीच सिद्धारमैया ने फिर कहा है कि वह पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और मुख्यमंत्री पद खाली नहीं है.
- राज्य के कई प्रमुख मंत्रियों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से दिल्ली में मुलाकात कर राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा की है.
- उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार को सीएम बनाने की मांग कई विधायक लगातार उठा रहे हैं. ये भी कह रहे हैं कि अंतिम फैसला आलाकमान का होगा.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को भले ही खारिज करते हुए कहा हो कि मुख्यमंत्री पद खाली नहीं है और वह अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे, लेकिन हालात कुछ और ही इशारा कर रहे हैं. गुरुवार को राज्य के कई प्रमुख मंत्रियों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात की. यह मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार भी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं.
ये मंत्री कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से मिले
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से मुलाकात करने वाले मंत्रियों में गृह मंत्री जी. परमेश्वर, कानून मंत्री एच.के. पाटिल, वन मंत्री ईश्वर खांडरे, लोक निर्माण मंत्री सतीश जरकीहोली, समाज कल्याण मंत्री एच.सी. महादेवप्पा, आवास मंत्री बी.जेड. ज़मीर अहमद खान, स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव और चिकित्सा शिक्षा मंत्री शरण प्रकाश पाटिल प्रमुख रूप से शामिल रहें. कुछ मंत्रियों ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया जबकि कुछ ने माना कि इस दौरान राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा हुई. हालांकि उन्होंने विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया.
सिद्धारमैया बोले, 5 साल सीएम रहूंगा
कर्नाटक में इस साल के आखिर में मुख्यमंत्री पद पर बदलाव की चर्चाओं के बीच दिल्ली में मीडिया से बातचीत में सिद्धारमैया ने दावा किया कि वह मुख्यमंत्री के रूप में पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे. उन्होंने इस साल के आखिर में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के मुख्यमंत्री के रूप में पद संभालने की चर्चाओं को भी खारिज किया. हालांकि चर्चा है कि सिद्धारमैया और शिवकुमार दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं.
कर्नाटक में प्रभारी कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी कहा कि ऐसा किसी मुद्दे पर पार्टी विचार नहीं कर रही है. सिद्धारमैया के बेटे और कांग्रेस विधान परिषद सदस्य यतींद्र भी कह चुके हैं कि उनके पिता पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे. उन्होंने यह भी साफ किया कि नेतृत्व परिवर्तन का कोई भी फैसला कांग्रेस आलाकमान और विधायकों पर निर्भर है.
डीके को सीएम बनाने की मांग फिर उठी
इस बीच डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने की मांग लगातार उठ रही है. कई विधायक खुलकर इस बारे में बयान दे रहे हैं. कुनिगल के विधायक रंगनाथ ने डीके शिवकुमार को सीएम बनाने की मांग दोहराते हुए कहा कि उन्होंने 40 साल तक पार्टी को मजबूत करने का काम किया है. विधानसभा चुनाव में 140 सीटें जिताने का मुख्य श्रेय भी उन्हें ही जाता है.
उन्होंने कहा कि कई विधायक और कार्यकर्ता चाहते हैं कि शिवकुमार मुख्यमंत्री बनें लेकिन अंतिम फैसला आलाकमान का होगा. वहीं भाजपा नेता आर. अशोक ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी विवादों में घिरी है और इसके नेता जनता के मुद्दों से ज्यादा सत्ता की राजनीति में व्यस्त हैं.
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