बेंगलुरु : ईमानदार आईएइस अधिकारी डी.के. रवि की मौत मामले में उनकी मां गौरम्मा ने इंसाफ की मांग करते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। इससे पहले रवि की मां गौरम्मा, उनके भाई, चाचा और दुसरे रिश्तेदार बुधवार देर शाम विधानसभा के मुख्य द्वार के पास धरने पर बैठ गए। उनकी मांग थी की उनके साथ इंसाफ किया जाए और सरकार पुख्ता तौर पर साबित करे कि रवि की हत्या नहीं की गयी है। परिवार ने आत्महत्या की धमकी भी दी।
कुछ ही देर में कन्नड़ रक्षणा वेदी के बीजेपी और जेडीएस के नेता भी परिवार के साथ हो लिए। मामला बिगड़ता देख भारी तादाद में पुलिस बुलानी पड़ी और विधानसभा परिसर के सभी दरवाज़े बंद कर दिए गए। क्योंकि पुलिस को लगा कि अगर कन्नड़ रक्षणा वेदी के कार्यकर्ता बड़ी तादाद में परिसर में घुसने में कामयाब हुए तो उन्हें काबू में करना मुश्किल होगा।
बाद में मुख्यमंत्री सिद्धारमैय्या ने परिवार से मुलाक़ात की और भरोसा दिलाया कि सीआईडी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आने के बाद अगर वो संतुष्ट नहीं हुए तो मामले की आगे भी जांच कराई जाएगी। काफी मानमनौव्वल के बाद परिवार के सदस्य वहां से रवाना हुए।
वहीं दूसरी तरफ रवि के ससुर हनुमंथरैअप्पा ने सरकार से आग्रह किया कि मामले की संतोषजनक तरीके से जांच करवाई जाये और गृह मंत्री केजी जॉर्ज साफ़ करें कि उन्होंने जो सदन में कहा था कि रवि ने निजी मामलों की वजह से आत्महत्या की है, वो वजह आखिर क्या है।
उधर सीबीआई जांच की मांग पर अड़े विपक्ष ने सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी। मंगलवार से ही विपक्षी दल बीजेपी और जेडीएस के विधायक विधानसभा में रात में धरने पर बैठ रहे हैं। डी.के. रवि की प्रारंभिक पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट के मुताबिक उनकी मौत दम घुटने से हुई। उनके शरीर पर चोट, मार-पीट या किसी ज़ोर ज़बरदस्ती के निशान नहीं पाए गए हैं।
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