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खास बातें
- कर्नाटक की एचडी कुमारस्वामी सरकार गिरी
- सरकार के पक्ष में 99, विरोध में 105 मत डाले गए
- कर्नाटक में सिर्फ 14 महीने ही चली कांग्रेस-जेडीएस सरकार
नई दिल्ली: कर्नाटक (Karnataka) का नाटक अब खत्म हो चुका है. कर्नाटक में बीते कई दिनों से जारी राजनीतिक उठापटक के बीच 14 महीने पुरानी कांग्रेस-जेडीएस (Congress-JDS) सरकार गिर गई है. मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) विधानसभा में बहुमत साबित नहीं कर सके. विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान सरकार के पक्ष में 99 और विरोध में 105 वोट डाले गए. विश्वास मत में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी के विधायक विक्ट्री साइन दिखाते हुए नजर आए. जल्दी ही एचडी कुमारस्वामी राजभवन जाकर इस्तीफा सौंप सकते हैं. उनके इस्तीफे के बाद कर्नाटक के गवर्नर वजुभाई वाला बीजेपी लीडर बीएस येदियुरप्पा को सरकार गठन का न्योता दे सकते हैं.
इससे पहले स्पीकर रमेश कुमार ने विधायकों को विधानसभा में खड़ा करवाकर सत्ता और विपक्ष के नंबरों की गिनती करवाई. स्पीकर ने विधानसभा में हर लाइन को अलग-अलग खड़ा कर अधिकारियों से विधायकों की गिनती करवाई. अधिकारियों ने पहले सत्ता पक्ष के सदस्यों की गिनती की और फिर उसके बाद विपक्षी विधायकों को गिना गया.
इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि वह खुशी से अपने पद का 'बलिदान' करने को तैयार हैं. चार दिनों तक विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद कुमारस्वामी ने कहा, 'मैं खुशी से इस पद का बलिदान करने को तैयार हूं.' मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि विश्वास मत की कार्यवाही को लंबा खींचने की उनकी कोई मंशा नहीं थी. उन्होंने कहा, 'मैं विधानसभाध्यक्ष और राज्य की जनता से माफी मांगता हूं.'
विश्वास मत में गिरी कर्नाटक की कांग्रेस-JDS सरकार, पक्ष में 99 और विरोध में 105 वोट डाले गए
एचडी कुमारस्वामी ने कहा, 'यह भी चर्चा चल रही है कि मैंने इस्तीफा क्यों नहीं दिया और कुर्सी पर क्यों बना हुआ हूं.' उन्होंने कहा कि जब विधानसभा चुनाव का परिणाम (2018 में) आया था, वह राजनीति छोड़ने की सोच रहे थे. कुमारस्वामी ने कहा, 'मैं राजनीति में अचानक और अप्रत्याशित तौर पर आया था.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि हम किसानों को आश्वस्त करते हैं कि आने वाले दिनों में हम उन्हें और अधिक महत्व देंगे. हम जल्द से जल्द उचित निर्णय लेंगे.