
कैलाश मानसरोवर यात्रा 5 साल के लंबे इंतजार के बाद जून में फिर शुरू (Kailash Mansarovar Yatra) होने जा रही है, जो कि अगस्त तक चलेगी. आज इस यात्रा के लिए रजिस्टर्ड श्रद्धालुओं के सिलेक्शन के लिए कम्प्यूटरीकृत ड्रा निकाला गया. श्रद्धालुओं का सिलेक्शन फेयर, कंप्यूटर जनरेटेड रेंडम जेंडर बैलेंस्ड सलेक्शन सिस्टम के तहत किया गया. विदेश और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने श्रद्धालुओं का ड्रा निकाला. बता दें कि भारत-चीन के बीच सीमा तनाव और कोरोना महामारी की वजह से यात्रा 2020 में बंद कर दी गई थी.
श्रद्धालु यहां देखें सिलेक्शन स्टेटस
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए चुने गए श्रद्धालुओं को सूचना SMS और ईमेल के जरिए दी गई. श्रद्धालु अपना सिलेक्शन स्टेटस यात्रा वेबसाइट (https://kmy.gov.in) या हेल्पलाइन नंबर: 011-23088133 पर भी कर सके हैं.
5561 लोगों ने कराया था रजिस्ट्रेशन
बता दें कि इस साल कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए 5561 आवेदकों ने सफलतापूर्वक ऑनलाइन रजिट्र्रेशन कराया था, जिसमें 4024 पुरुष और 1537 महिलाएं शामिल थीं. प्रति बैच 2 एलओ समेत कुल 750 चयनित यात्री, 50 यात्रियों के 5 बैच में लिपुलेख रास्ते से और 50 यात्रियों के 10 बैच नाथू ला रास्ते से कैलाश मानसरोवर जाएंगे. दोनों रास्ते अब पूरी तरह से मोटरेबल हैं. इसमें ट्रैकिंग बहुत ही कम है. रास्तों और बैच की जानकारी यात्रा वेबसाइट पर उपलब्ध है.
यात्री एक दूसरे का ख्याल रखें, पर्यावरण पर भी ध्यान दें
राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने अपने संबोधन में यात्रियों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करते हुए यात्रा को और ज्यादा सुलभ और प्रक्रिया को और ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र किया. उन्होंने यात्रियों से अपील करते हुए कहा कि वे लोग यात्रा के दौरान एक-दूसरे का ख्याल रखें और पर्यावरण की स्वच्छता को जरूर ध्यान में रखें, यानी कि गंदगी न फैलाएं. साथ ही विनम्रता और सावधानीपूर्वक तीर्थयात्रा करें.
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