जोधपुर:
जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में ख़राब ग्लूकोज़ दिए जाने के बाद से अब तक 17 महिलाओं की मौत हो गई है। जिनमें सोलह गभर्वती थीं। रविवार को एक और ऐसी ही महिला की मौत हो गई जिन्हें ख़राब ग्लूकोज़ चढ़ाने के बाद दूसरे अस्पताल में इलाज के लिये भेजा गया था। प्रेम कंवर 31 जनवरी को इस अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हुई थी। 24 साल की प्रेम कंवर की ये अंतिम यात्रा है। प्रेम कंवर अपने गांव से जोधपुर जनवरी में इस उम्मीद के साथ आई थी कि जब वो वापस जाएगी तो उसकी गोद में उसका अपना बच्चा होगा। 31 जनवरी को उसका बच्चा उसके पेट में ही ख़त्म हो गया। ग्लूकोज चढ़ाने के बाद प्रेम की हालत भी बिगड़ गई। प्रेम के पति प्रकाश ने कहा, 'हम तो गांव से आए थे। मेरी पत्नी ठीक ही थी। यहां आके गड़बड़ हुई।' प्रेम को एक महीने से ज्यादा आईसीयू में रखने के बावजूद डॉक्टर उसे नहीं बचा पाए। इस पर अस्पताल के डॉ अरविंद माथुर का कहना है कि प्रेम को मल्टीऑर्गन फेलियर था। एख और मरीज़ सागर कंवर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। उसे भी संक्रमित ग्लूकोज़ चढ़ाया गया और उसकी हालत भी नाज़ुक है। जोधपुर के उमेद सिंह अस्पताल में 16 मरीज़ों की मौत से पूरे शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है।