
JNUSU Election 2025: जेएनयू छात्र संघ चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. इस बार सेंट्रल पैनल के चार में से तीन पर लेफ्ट ने जीत दर्ज की है. जबकि सिर्फ एक पर एबीवीपी को जीत मिली है. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सेक्रेटरी के पद पर लेफ्ट यानी AISA और DFS गठबंधन के उम्मीदवार ने जीत हासिल की. वहीं, एक सीट जॉइन्ट सेक्रेटरी ABVP जीत पाई है. काउंसलर के 43 में से 22 सीटों पर ABVP और 21 सीटों पर अलग-अलग संगठन के उम्मीदवार जीते हैं.
नीतीश कुमार बने अध्यक्ष
बड़ी बात है कि ABVP जॉइन्ट सेक्रेटरी की सीट दस साल बाद जीत पाई है. रिजल्ट के अनुसार, अध्यक्ष पद जीतने वाले आइसा (AISA) के नीतीश कुमार को 1,702 वोट मिले हैं, जबकि उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी एबीवीपी की शिखा स्वराज को 1,430 वोट मिले. वहीं एसएफआई समर्थित तैयब्बा अहमद को 918 वोट मिले.
डीएसएफ (DSF) की मनीषा ने 1,150 वोट हासिल कर उपाध्यक्ष पद जीता, जबकि एबीवीपी के निट्टू गौतम को 1,116 वोट मिले. डीएसएफ की मुन्तेहा फातिमा ने 1,520 वोट हासिल कर महासचिव पद पर जीत हासिल की. संयुक्त सचिव पद पर एबीवीपी के वैभव मीणा ने 1,518 वोट प्राप्त कर जीत दर्ज की. आइसा के नरेश कुमार को 1,433 और पीएसए की उम्मीदवार निगम कुमारी को 1,256 वोट मिले.
लेफ्ट का गढ़ रहा JNU
बता दें कि JNU शुरू से ही लेफ्ट का गढ़ रहा है. यहां हमेशा चारों मुख्य सीट और काउंसलर के सीट पर लेफ्ट उम्मीदवारों की जीत होती आई है, लेकिन पिछले कुछ सालों मे ABVP ने अपनी पकड़ मजबूत बनाई, जिसका नतीजा इस साल के चुनाव में देखने को मिला. इस बार मतगणना जैसे ही शुरू हुई, चारों सीटों पर ABVP अपनी बढ़त बनाये हुए था, लेकिन आखिर के कुछ सेंटरों की मतपेटी खुली तो तीन सीटों पर ABVP पीछे होने लगी और आखिर में ये नतीजे में तब्दील हो गए.
लेफ्ट के गढ़ में ABVP की सेंध
ABVP इतने सालों बाद लेफ्ट के गढ़ मे सेंध लगा दी है, जिसके बाद ABVP के समर्थकों में उत्साह है और इसी उत्साह के साथ आज देर रात विजय जुलुस निकाला. गंगा ढाबा से निकलकर ये विजय जुलुस पुरे कैम्पस में घूमा. जॉइन्ट सेक्रेटरी के पद पर जीते वैभव मीणा ने बताया कि दस साल बाद ABVP ये जीत दर्ज की है. ABVP हमेशा राष्ट्र और छात्र हित की बात करती है. हमारे सामने बहुत सारे चुनौतियां है, लेकिन उसको हम बखूबी पूरा करेंगे.
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