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This Article is From Jan 06, 2020

EXCLUSIVE: JNU मामले में नया खुलासा- ऐसे भड़की हिंसा, हमलावर कर रहे थे कोडवर्ड का यूज- सूत्र

बताया गया है कि उस वक्त ABVP के समर्थकों की तादाद काफी कम थी, और उस वक्त कैम्पस के भीतर लगभग 10 पुलिसकर्मी भी सादा वर्दी में मौजूद थे, जिनके साथ भी हाथापाई की गई थी.

हिंसा के दौरान दो दर्जन से ज्यादा छात्र और शिक्षक जख्मी हो गए.

नई दिल्ली:

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में कुछ हफ्ते पहले फीस वृद्धि किए जाने के बाद से विरोध प्रदर्शन जारी थे, लेकिन पिछले दो-तीन दिन से वामदल-समर्थक विद्यार्थियों और दक्षिणपंथी कहे जाने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के समर्थक विद्यार्थियों के बीच तनाव कुछ बढ़ा हुआ दिखने लगा था, क्योंकि वामपंथी विद्यार्थी फीस वृद्धि के विरोध में नए विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन नहीं होने देना चाहते थे. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार को वामपंथी विद्यार्थियों ने जब रजिस्ट्रेशन के लिए इस्तेमाल किए जा रहे सर्वर को क्षतिग्रस्त कर दिया, तो तनाव काफी बढ़ गया, और वामपंथी विद्यार्थियों ने लगभग 4 बजे पेरियार होस्टल में दक्षिणपंथी विद्यार्थियों पर हमला कर दिया, और उन्हें पीटा.

बताया गया है कि उस वक्त ABVP के समर्थकों की तादाद काफी कम थी, और उस वक्त कैम्पस के भीतर लगभग 10 पुलिसकर्मी भी सादा वर्दी में मौजूद थे, जिनके साथ भी हाथापाई की गई थी. इस घटना के लिए PCR कॉल भी की गई थी. इसके बाद ABVP समर्थकों ने अपने समर्थकों को फोन करना शुरू कर दिया, और पिटाई की जानकारी दी. इसी वक्त कुछ व्हॉट्सऐप ग्रुप बनाए गए, और बदला लेने की प्लॉनिंग की गई. इसी प्लानिंग के तहत एक कोडवर्ड भी बनाया गया, ताकि हमला करने वाले अपने समर्थकों की पहचान कर पाएं.

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सूत्रों के मुताबिक, शाम लगभग 7 बजे लाठी-डंडों से लैस नकाबपोशों की भीड़ ने कैम्पस में हमला कर दिया. उस समय कैम्पस में अंधेरा था, जिसकी वजह से किसी की भी पहचान कर पाना मुश्किल था, इसलिए कोडवर्ड के ज़रिये हमलावरों ने इस बात की पहचान की कि किन्हें पीटा जाना है, किन्हें नहीं. रात को लगभग 8 बजे कुलपति की अनुमति लेकर पुलिस ने कैम्पस में प्रवेश किया, लेकिन तब तक हमलवार भाग चुके थे.

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बताया गया है कि हमलावरों में कुछ JNU के विद्यार्थी भी थे, लेकिन ज़्यादातर हमलावर बाहरी थे. बताया गया है कि जिस जगह हिंसा हुई, वहां कोई CCTV कैमरे भी नहीं लगे हैं. हिंसा में कुल 34 लोग ज़ख्मी हुए, जिनमें ABVP और वामपंथी, दोनों विद्यार्थी शामिल हैं. सभी को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. पुलिस के मुताबिक, कुछ हमलावरों की पहचान कर ली गई है.

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