पार्टी की युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे ने इसे “गर्व का क्षण” बताते हुए देश के लिये “ऐतिहासिक दिन” करार दिया. दादर इलाके में स्थित शिवसेना के मख्यालय के बाहर जुटे पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरकार के कदम का स्वागत करते हुए जश्न मनाया. आदित्य ठाकरे ने बाद में एक के बाद एक कई ट्वीट कर इस फैसले के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को बधाई दी और इसे 'सुरक्षित, प्रगतिशील तथा मुक्त जम्मू-कश्मीर का रास्ता बताया'. उन्होंने ट्वीट किया, 'भारत के लिए ऐतिहासिक दिन. 370 खत्म और जम्मू कश्मीर अब सही मायनों में भारत का हिस्सा है...'
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जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल बढ़ाए जाने और कुछ बड़ा होने का अनुमान लगाए जाने की बातों के बीच आज राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने की घोषणा की गई. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के आदेश के बाद भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में इसकी घोषणा की. गृह मंत्री ने सदन में कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के खंड एक को छोड़कर सभी प्रावधानों को खत्म किया जा रहा है. साथ ही लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जम्मू-कश्मीर से अलग किया जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य से धारा 370 खत्म किए जाने का विरोध किया और कहा, ''आज का दिन भारतीय लोकतंत्र का स्याह दिन है. अनुच्छेद 370 निरस्त करने का भारत सरकार का एकतरफा फैसला गैर कानूनी, असंवैधानिक है. जम्मू-कश्मीर में भारत संचालन बल बन जाएगा. अनुच्छेद 370 पर उठाया गया कदम उपमहाद्वीप के लिए विनाशकारी परिणाम लेकर आएगा, वे जम्मू-कश्मीर के लोगों को आतंकित कर इस क्षेत्र पर अधिकार चाहते हैं. भारत कश्मीर के साथ किये गए वादों को पूरा करने में नाकाम रहा है.''
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उधर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने राज्य से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर कहा सरकार ने एकतरफा फैसला किया है. यह भरोसे पर पूरी तरह धोखा है.
गृह मंत्री के इस बयान के बाद राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह असंवैधानिक है और हम इसका विरोध करते हैं. गृह मंत्री की घोषणा के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सांसद नजीर अहमद लवाय और मीर मोहम्मद फैयाज ने सदन में संविधान की प्रतियां फाड़कर अपना विरोध दर्ज कराया. इन सांसदों को राज्यसभा के सभापति ने सदन से जाने का आदेश दिया.
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सदन में क्या हुआ जम्मू-कश्मीर को लेकर
जम्मू-कश्मीर को लेकर राज्य सभा में भारत के गृह मंत्री ने तीन महत्वपूर्ण घोषणा की. पहली घोषणा जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म करने की थी. दूसरी घोषणा लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग करने की थी और तीसरी घोषणा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश की थी. धारा 370 हटने के साथ ही जम्मू-कश्मीर भारत के किसी दूसरे प्रदेश की तरह ही हो जाएगा. वहां से दोहरी नागरिकता जैसे प्रावधान खत्म हो जाएंगे.
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