जम्मू के सांबा के पल्ली गांव के पास दो संदिग्ध देखे जाने के बाद सुरक्षा बलों ने चारों ओर तलाशी अभियान चलाया है. यह वही गांव है, जहां रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Jammu Kashmir Visit) की रैली होने वाली है. खबर है कि जम्मू के पल्ली गांव के दाता तालाब इलाके में लोगों ने सैन्य वर्दी में दो संदिग्ध लोगों को घूमते हुए पाया. स्थानीय लोगों ने इलाके में संदिग्ध देखे जाने की सूचना तुरंत पुलिस को दी. उसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवानों ने मिल कर पूरे इलाके को घेर लिया और सघन तलाशी अभियान चलाया. इसके बाद अभी तक वहां कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु नहीं दिखा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को रैली को देखते हुए जम्मू और सांबा जिले के आसपास के इलाके में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है. जहां पीएम की रैली होने वाली है, वहां की सुरक्षा तीन स्तरीय कर दी गई है. बता दें, शुक्रवार को ही जम्मू में सीआईएसएफ जवानों को लेकर जा रही बस पर आतंकी हमला हुआ. इसमे दो आतंकी मारे गए और एक जवान शहीद हो गया. आठ से ज़्यादा जवान घायल भी हो गए. हमले के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि पाकिस्तान और आतंकी संगठन प्रधानमंत्री की रैली में खलल डालने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं, जिसको लेकर सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर है और उनके किसी भी नापाक मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे.
जम्मू के बाहरी इलाके में सुंजवां सैन्य शिविर के पास मुठभेड़ के बाद केंद्र शासित प्रदेश में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. मुठभेड़ के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद से लैस दोनों आतंकवादियों को मार गिराया गया था. इससे एक बड़ा हमला टल गया.
मुठभेड़ में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के एक अधिकारी भी शहीद हो गया और दो पुलिसकर्मियों सहित नौ अन्य घायल हो गए. सुरक्षा बलों ने शुक्रवार तड़के अर्धसैनिक बलों के जवानों को ले जा रही एक बस पर हमले के बाद आतंकवादियों को घेर लिया, जिसके बाद मुठभेड़ हुई.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने मुठभेड़ स्थल का दौरा करने के बाद कहा था कि दोनों आतंकवादी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती दस्ते का हिस्सा थे और उनकी घुसपैठ प्रधानमंत्री मोदी की रविवार को पंचायती राज दिवस पर जम्मू-कश्मीर के दौरे को बाधित करने की एक ‘‘बड़ी साजिश'' हो सकती है.
अधिकारियों ने कहा कि जम्मू शहर से 17 किलोमीटर दूर स्थित पल्ली पंचायत को एक तरह से सील कर दिया गया है और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) सहित स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को कड़ी निगरानी के लिए तैनात किया गया है.
उन्होंने कहा कि जम्मू-पठानकोट राजमार्ग से सिर्फ तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस स्थल को प्रधानमंत्री की रैली के लिए सुरक्षा व्यवस्था के तहत आम लोगों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है.
मोदी का जम्मू-कश्मीर का यह दौरा, अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत मिले विशेष दर्जे को समाप्त करने और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र सरकार के कदम के बाद केंद्र शासित प्रदेश का पहला दौरा है.
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