पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी ( Jalpaiguri) में एक मस्जिद की पहल काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि एक मस्जिद में नमाज के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं हो रहा है. ऐसा निर्णय मुस्लिम समाज के लोगों ने बच्चों की पढ़ाई को लेकर लिया है, ताकि उनको कोई व्यवधान नहीं पहुंचे. वहीं मस्जिद ने बच्चों के क्लास के लिए अपना परिसर भी दिया है. मुस्लिम समुदाय के लोगों के इस कार्य की सभी सराहना कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि बच्चों की शिक्षा को देखते हुए यह एक प्रशंसा करने योग्य फैसला है.
WB | A mosque in Jalpaiguri isn't using loudspeakers for namaz to avoid disturbance in studies of students of a school, during COVID
— ANI (@ANI) December 11, 2021
We're offering namaz without loudspeakers for noise-free classes on our premises. Can't develop the nation without education: Najimul Haque, Imam pic.twitter.com/wXJXrEwwPn
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इस संबंध में मस्जिद के इमाम नजीमुल हक बताते हैं कि मस्जिद में नमाज के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं हो रहा है, ताकि हमारे परिसर में बिना शोर-शराबे के साथ बच्चे पढ़ाई कर सके. उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना देश का विकास नहीं हो सकता है.
WB | A mosque in Jalpaiguri isn't using loudspeakers for namaz to avoid disturbance in studies of students of a school, during COVID
— ANI (@ANI) December 11, 2021
We're offering namaz without loudspeakers for noise-free classes on our premises. Can't develop the nation without education: Najimul Haque, Imam pic.twitter.com/wXJXrEwwPn
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स्कूल के शिक्षक इंद्रनील साहा ने बताया कि मस्जिद का संचालन देखने वालों का बहुत ही अच्छा सहयोग रहा है. यहां पर छात्रों के पास स्मार्टफोन नहीं हैं. राज्य सरकार ने क्लास 9 से12 वीं के लिए कक्षाएं फिर से शुरू कीं हैं. हम ऑफलाइन क्लास के तहत यहां बच्चों को पढ़ा रहे हैं.
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