- केंद्रीय जांच एजेंसियां टेरर मॉड्यूल के फंडिंग में हवाला और अवैध मनी चैनल के उपयोग की जांच कर रही हैं.
- मुख्य आरोपी उमर को अवैध वित्तीय चैनलों से लगभग बीस लाख रुपये मिले थे, कुछ हवाला डीलर्स हिरासत में हैं.
- लाल किले के पास हुए ब्लास्ट में इस्तेमाल i20 कार फरीदाबाद के डीलर से नकद दो लाख रुपये में खरीदी गई थी.
केंद्रीय जांच एजेंसियां यह पता लगा रही हैं कि क्या इस टेरर मॉड्यूल को फंड करने के लिए हवाला या अवैध मनी चैनल का इस्तेमाल हुआ. जांच में अब तक सामने आया है कि मुख्य आरोपी उमर को लगभग 20 लाख रुपये अवैध वित्तीय चैनलों के जरिए मिले थे. कुछ हवाला डीलर्स को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. आरोपी डॉक्टरों ने नूंह में बाजार से बड़ी मात्रा में फर्टिलाइज़र कैश में खरीदे थे.
कार भी कैश में खरीदी
इसके साथ ही ये पता चला है कि लाल किले के पास ब्लास्ट हुए i20 कार को 2 लाख रुपये में खरीदा गया था. ये कार फरीदाबाद के एक कार डीलर से खरीदी गई थी. फरीदाबाद के कार डीलर से कार खरीदी गई थी और कार खरीदने के लिए J&K के ड्राइविंग लाइसेंस को डॉक्युमनेट के तौर पर दिया गया था. इस कार को खरीदने की पेमेंट भी कैश में की गई थी.
20 डॉक्टरों पर अब तक शिकंजा
ब्लास्ट का लिंक फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ा है. यहां के कई डॉक्टर आतंकी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं, जिसके बाद जांच एजेंसियों ने उन पर भी शिकंजा कसा है. देश भर में 20 डॉक्टरों पर अब तक शिकंजा कसा जा चुका है. 3 को अब तक गिरफ्तार किया गया है और 13 डॉक्टर हिरासत में लिए जा चुके हैं.
3 डॉक्टर गिरफ्तार
बम धमाके की साजिश मामले में अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 30 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए हैं. गिरफ्तार किए गए लोगों में 3 डॉक्टर शामिल हैं, जिनके नाम शाहीन सईद, मुजम्मिल और डॉ. आदिल हैं. वहीं डॉक्टर मोहम्मद उमर उस कार में मारा जा चुका है, जिसे लाल किसे के पास ब्लास्ट किया गया था.
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