इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास के बीच जंग (Israel Palestine Conflict) का 13 नवंबर (मंगलवार) को 39वां दिन है. 7 अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी (Gaza Strip) से इजरायल की तरफ 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागे थे. इस दौरान 1400 लोगों की जान चली गई थी. इसके बाद से इजरायल गाजा में जवाबी कार्रवाई कर रहा है. हमास से आर या पार की लड़ाई में इजरायली सेना गाजा में घुसकर बमबारी कर रही है. हमास के साथ जारी जंग के बीच इजरायली सेना को बड़ी कामयाबी मिली है. इजरायली डिफेंस फोर्स के सैनिकों ने गाजा में हमास की संसद समेत अन्य प्रतिष्ठानों पर कब्जा करने दावा किया है.
न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने अपने दावे में कहा है कि हमास ने गाजा पट्टी पर अपना नियंत्रण खो दिया है. इजरायली सेना ने गाजा की संसद और गाजा शहर में हमास की ओर से संचालित अन्य सरकारी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है.
इजरायली सेना ने एक फोटो शेयर की, जिसमें इजरायली सैनिक हमास की संसद में अपना झंडा लहराते हुए नजर आ रहे हैं. तस्वीर में इजरायली सेना के जवान हमास की संसद में स्पीकर की कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं.
इजरायली सेना ने जारी किया बयान
इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, "हमारी आर्मी यूनिट ने हमास के संसद, सरकारी भवनों, हमास के पुलिस मुख्यालय और एक इंजीनियरिंग फैकल्टी पर कब्जा कर लिया है. ये फैकल्टी हथियारों के प्रोडक्शन और विकास के लिए एक संस्थान के रूप में काम करती थी."
गाजा के ज्यादातर अस्पतालों में हालात बदतर
इस बीच, गाजा के ज्यादातर अस्पतालों और क्लीनिक सेंटर में हालात बदतर होते जा रहे हैं. गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा के गेट के बाहर इजरायली टैंक खड़े हैं. बमबारी हो रही है. अस्पताल में फ्यूल खत्म हो गया है. मरीजों के लिए खाने और पानी की भी किल्लत है. बिजली बंद होने से मशीनें काम नहीं कर रही हैं. आईसीयू में मरीजों और इंक्यूबेटर में नवजात बच्चों की हालात नाजुक हो रही है. अल शिफा अस्पताल के प्रमुख के मुताबिक, अस्पताल के कैंपस में एक साथ 179 लाशों को दफनाना पड़ा है.
"गाजा में शांति की गारंटी का एकमात्र यह तरीका...": अरब-इस्लामिक शिखर सम्मेलन में सऊदी ने कहा
अस्पताल खाली कराने से डॉक्टरों का इनकार
इजरायली सेना ने इस अस्पताल को खाली करने की अपील की है. हालांकि, अल-शिफा अस्पताल के डॉक्टरों ने इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि अगर वे इस जगह को छोड़ देंगे, तो लगभग 700 मरीज मारे जाएंगे.
अब तक 36 स्वास्थ्य सुविधाओं को नुकसान
वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन (WHO) ने बताया कि 7 अक्टूबर से अब तक 36 स्वास्थ्य सुविधाओं को नुकसान पहुंचा है. इसमें 22 अस्पताल शामिल हैं. अल शिफा, अल-नासेर, रनतीसी, अल-कुद्स, अल-अहली में पावर सप्लाई नहीं होने से मरीजों के इलाज में दिक्कत हो रही है.
रनतीसी अस्पताल के नीचे हमास के कमांड सेंटर होने का दावा
इजराइली सेना इन अस्पतालों के नीचे बने हमास के कमांड सेंटर्स को निशाना बना रही है. इजरायल का दावा है कि हमास ने बच्चों के रनतीसी अस्पताल के नीचे अपने कमांड सेंटर में ही इजरायली बंधकों को कैद कर रखा था.
इजरायल-हमास युद्ध के बीच 'भारतीय महिला' को गाजा से सुरक्षित निकाला गया
हमास ने दिया ये ऑफर
दूसरी तरफ, कतर हमास और इजरायल के बीच बातचीत कराने में लगा है. न्यूज एजेंसी AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने कतर के अधिकारियों से कहा है कि 5 दिन के सीजफायर के बदले, वो 70 बंधकों को छोड़ने के लिए तैयार है. 7 अक्टूबर को रॉकेट हमले के साथ ही हमास के लड़ाके इजरायल में दाखिल हो गए थे. हमास के लड़ाकों ने कई लोगों को मार डाला और कम से कम 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर ले गए. इनमें विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. बंधकों में कई लोगों की मौत की भी बात कही गई थी.
गाजा में अजीब सुरंग मिली
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा सिटी में पिछले दिनों एक अजीब सुरंग मिली है. इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने अब तक गाजा में 91 टनल्स खोजी हैं और फिर इन्हें विस्फोटक से तबाह कर दिया. उत्तरी गाजा में इजराइली फौज सुरंगों की खोज कर रही थी. इस दौरान सुरंग मिली. इस सुरंग के दो छोर हैं. एक गाजा सिटी के हिस्से में तो दूसरा समुद्री रास्ते की तरफ जाता है.
"गाजा अस्पताल तक जाती है बुलेटप्रूफ गेट वाली हमास की सुरंग" इजरायली सेना का दावा
हमास को पूरी तरह से खत्म करने तक जंग थमने वाला नहीं- नेतन्याहू
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि हमास को पूरी तरह से खत्म करने के बाद ही यह जंग थमने वाला है, ऐसे में इजरायली सेना ताबड़तोड़ हमास के ठिकानों को तबाह कर रही है.
गाजा में अब तक 11200 लोगों की मौत
युद्ध में अब तक गाजा में करीब 11 हजार 200 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. जबकि इजरायल में करीब 1200 लोगों ने जान गंवाई है. युद्ध की वजह से गाजा में अब तक 23 लाख लोगों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं