कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार पर टैक्स ट्रांसफर में कमी से राज्य को हो रहे नुकसान का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि पिछले चार सालों में 45 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. उन्होंने दावा किया कि कर्नाटका के लोगों द्वारा भुगतान किया गया टैक्स राज्य के कठिन समय के लिए इस्तेमाल में नहीं आ रहा है और ये उत्तरी राज्यों में जा रहा है.
सिद्धारमैया ने रविवार को कहा, "कर्नाटक को 15वें वित्त आयोग के बाद कम टैक्स ट्रांसफर की हिस्सेदारी के साथ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसके कारण पिछले 4 वर्षों में 45 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. यह अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है." उन्होंने हैशटैग "#SouthTaxMovement" के साथ 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "हम अपने राज्य के कल्याण को सुरक्षित करने के लिए कर्नाटका के लोगों के लिए न्याय की मांग में एकजुट खड़े हैं."
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब सिद्धारमैया सहित राज्य के सभी कांग्रेस विधायक और सांसद टैक्स के मामले में 'कर्नाटक के साथ अन्याय' के खिलाफ 7 फरवरी को नई दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करेंगे.
केंद्र सरकार द्वारा टैक्स ट्रांसफर में कर्नाटक के साथ किए जा रहे "अन्याय" की निंदा करते हुए सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे अभियानों को समर्थन देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "कर्नाटका के लोगों द्वारा भुगतान किया गया टैक्स हमारे कठिन समय के लिए इस्तेमाल में नहीं आ रहा है और यह (पैसा) उत्तरी राज्यों को जा रहा है." उन्होंने कहा, "उत्तरी राज्य, जो दक्षिणी राज्यों द्वारा भुगतान किए गए टैक्सों के ऋणी हैं, हमारे लिए कभी मॉडल नहीं हो सकते. सभी को इस गलत विचार से उबरना चाहिए. कर्नाटक, जो कड़ी मेहनत से एक मजबूत भारत का निर्माण कर रहा है, हमारे लिए एक मॉडल है. न्याय के लिए आवाज उठाने वाले राज्य के लोगों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा, "मैं आपके साथ हूं, अगर हम सभी की आवाजें एकजुट होंगी तो यह दिल्ली तक सुनाई देगी.
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