प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
भारत और रूस की नौसेना के बीच विशाखापत्नम में साझा अभ्यास किया जा रहा है. बंगाल की खाड़ी मे 'इंद्रा नेवी-2016' के नाम से यह अभ्यास एक हफ्ते तक चलेगा. इसका मकसद समुद्री सुरक्षा कार्रवाई के दौरान बेहतर तालमेल और एक-दूसरे की प्रकिया को बेहतर समझना है.
ये अभ्यास साल मे एकबार दोनों देशों की नौसेना के बीच आपसी समझ को बेहतर करने के लिए होता है. दोनों देशों के बीच यह अभ्यास सन 2003 से शुरू हो हुआ है और इस बार दोनों देशों की सेनाएं नौवीं बार संयुक्त अभ्यास कर रही हैं.
इस अभ्यास को दो चरणों मे पूरा किया जाएगा. पहले चरण में बंदरगाह में अभ्यास होगा और दूसरे चरण में समुद्र में अभ्यास होगा .
इस अभ्यास मे भारतीय नौसेना की ओर से आईएनएस रणवीर, सतपुड़ा, कामोर्टा और समुद्री टोही विमान पी-8 आई हिस्सा रहा है. उधर, रूस की और से दो युद्धपोत ट्रिब्यूटस और बोरिस बुटोमा इसमें हिस्सा ले रहे हैं.
भारत और रूस की नौसेना के बीच विशाखापत्नम में साझा अभ्यास किया जा रहा है. बंगाल की खाड़ी मे 'इंद्रा नेवी-2016' के नाम से यह अभ्यास एक हफ्ते तक चलेगा. इसका मकसद समुद्री सुरक्षा कार्रवाई के दौरान बेहतर तालमेल और एक-दूसरे की प्रकिया को बेहतर समझना है.
ये अभ्यास साल मे एकबार दोनों देशों की नौसेना के बीच आपसी समझ को बेहतर करने के लिए होता है. दोनों देशों के बीच यह अभ्यास सन 2003 से शुरू हो हुआ है और इस बार दोनों देशों की सेनाएं नौवीं बार संयुक्त अभ्यास कर रही हैं.
इस अभ्यास को दो चरणों मे पूरा किया जाएगा. पहले चरण में बंदरगाह में अभ्यास होगा और दूसरे चरण में समुद्र में अभ्यास होगा .
इस अभ्यास मे भारतीय नौसेना की ओर से आईएनएस रणवीर, सतपुड़ा, कामोर्टा और समुद्री टोही विमान पी-8 आई हिस्सा रहा है. उधर, रूस की और से दो युद्धपोत ट्रिब्यूटस और बोरिस बुटोमा इसमें हिस्सा ले रहे हैं.
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