प्रतीकात्मक फोटो
भुवनेश्वर:
भारत ने स्वदेश में विकसित, परमाणु क्षमता संपन्न, सतह से सतह पर मार करने वाली पृथ्वी-2 मिसाइल का ओडिशा के एक परीक्षण केंद्र से मंगलवार को सफल परीक्षण किया है। रक्षा सूत्रों ने बताया कि यह मिसाइल 500 से 1000 किलोग्राम तक आयुध ले जाने में सक्षम है। इसका परीक्षण सेना ने बालासोर जिले के चांदीपुर एकीकृत परीक्षण केंद्र से एक मोबाइल लांचर की मदद से किया गया।
सेना के स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड (एसएफसी) ने नियमित परीक्षण अभ्यास के तहत यह परीक्षण किया। 350 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली पृथ्वी-2 मिसाइल दो तरल प्रणोदन इंजनों से संचालित होती है। यह अपने लक्ष्य को भेदने की दिशा में तेजी से बढ़ते हुए आधुनिक दिशा निर्देशन प्रणाली का इस्तेमाल करती है।
अधिकतम 43.5 किमी की ऊंचाई तक भर सकती है उड़ान
सूत्रों ने कहा कि इस मिसाइल की उड़ान अवधि 483 सेकेंड है और यह अधिकतम 43.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है। सूत्रों ने बताया कि परीक्षण के लिए मिसाइलों के जखीरे में एक-एक मिसाइल का चयन कर उसका परीक्षण किया गया। परीक्षण की पूरी तैयारी एसएफसी ने की तथा इसकी निगरानी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा किया गया। पृथ्वी मिसाइल को सशस्त्र सेना में साल 2003 में शामिल किया गया था। इस मिसाइल का अंतिम सफल परीक्षण बीते साल 26 नवंबर को ओडिशा के इसी परीक्षण केंद्र से किया गया था।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
सेना के स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड (एसएफसी) ने नियमित परीक्षण अभ्यास के तहत यह परीक्षण किया। 350 किलोमीटर की दूरी तक मार करने वाली पृथ्वी-2 मिसाइल दो तरल प्रणोदन इंजनों से संचालित होती है। यह अपने लक्ष्य को भेदने की दिशा में तेजी से बढ़ते हुए आधुनिक दिशा निर्देशन प्रणाली का इस्तेमाल करती है।
अधिकतम 43.5 किमी की ऊंचाई तक भर सकती है उड़ान
सूत्रों ने कहा कि इस मिसाइल की उड़ान अवधि 483 सेकेंड है और यह अधिकतम 43.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है। सूत्रों ने बताया कि परीक्षण के लिए मिसाइलों के जखीरे में एक-एक मिसाइल का चयन कर उसका परीक्षण किया गया। परीक्षण की पूरी तैयारी एसएफसी ने की तथा इसकी निगरानी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा किया गया। पृथ्वी मिसाइल को सशस्त्र सेना में साल 2003 में शामिल किया गया था। इस मिसाइल का अंतिम सफल परीक्षण बीते साल 26 नवंबर को ओडिशा के इसी परीक्षण केंद्र से किया गया था।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
पृथ्वी मिसाइल, ओडिशा, परीक्षण केंद्र, स्वदेश में विकसित, Indigenously Developed, Prithvi-II, Odisha