इन दिनों उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में बारिश का कहर देखने को मिला है. हालांकि एक दो दिनों से जरूर बारिश ने थोड़ी राहत दी है. मगर एक बार फिर से बारिश परेशानी का सबब बन सकती है. दरअसल मौसम विभाग के मुताबिक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, विदर्भ, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, झारखंड, अरुणाचल, असम और मेघालय में भारी बारिश की संभावना है. इसके साथ ही नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तेलंगाना और तटीय कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा का अनुमान जताया गया है.
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने कैसी तबाही मचाई है, इसका अंदाजा इस बात से लगा लीजिए कि राज्य में 8000 करोड़ का नुकसान हो चुका है. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को इस बारे में जानकारी मुहैया कराई थी. राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के अनुसार, शुक्रवार रात तक यह नुकसान लगभग 4,000 करोड़ रुपये का था और हिमाचल सीएम सुखविंदर सुक्खू ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से 2,000 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत राशि मांगी है.
हिमाचल सीएम सुखविंदर सुक्खू ने एक बयान में कहा कि राज्य में फंसे लगभग 70,000 पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, जबकि 15 हजार वाहनों को बाहर भेजा गया. लगभग 500 पर्यटकों ने स्वेच्छा से यहीं रूकने का फैसला किया.
ये भी पढ़ें : बाढ़ जैसी स्थिति से जूझ रही दिल्ली में मध्यम बारिश के आसार
ये भी पढ़ें : अध्यादेश पर तनातनी : आज आप PAC की बैठक, बेंगलुरु मीटिंग से बाहर रहने का फैसला संभव- सूत्र
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं