अफ्रीकी देश सूडान (Sudan crisis) इस समय गृह युद्ध (Civil War) से जूझ रहा है. सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जारी संघर्ष में अब तक 400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. भारत समेत कई देशों के नागरिक वहां फंसे हुए हैं. इस बीच भारत ने सूडान से भारतीयों को निकालने और देश वापस लाने के लिए 'ऑपरेशन कावेरी' शुरू किया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी. सूडान में करीब 3 हजार भारतीय फंसे हुए हैं.
वायु सेना के दो सी-130 विमान और नौसेना का आईएनएस सुमेधा जहाज सूडान के गृह युद्ध में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए सऊदी अरब और सूडान पहुंच चुके हैं. वायु सेना के जहाज सऊदी अरब के जेद्दा में तैनात हैं, जबकि आईएनएस सुमेधा सूडान बंदरगाह पहुंच गया है. यह जानकाारी विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई है.
Operation Kaveri gets underway to bring back our citizens stranded in Sudan.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) April 24, 2023
About 500 Indians have reached Port Sudan. More on their way.
Our ships and aircraft are set to bring them back home.
Committed to assist all our bretheren in Sudan. pic.twitter.com/8EOoDfhlbZ
विदेश मंत्री ने क्या कहा?
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, "ऑपरेशन कावेरी सूडान में फंसे हमारे नागरिकों को वापस लाने के लिए चलाया जा रहा है. लगभग 500 भारतीय पोर्ट सूडान पहुंच गए हैं. रास्ते में और भी भारतीय हैं. हमारे जहाज और विमान उन्हें घर वापस लाने के लिए तैयार हैं. भारत सूडान में हमारे सभी भाइयों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है."
अन्य देशों ने भी चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
भारत के अलावा कई देश सूडान में फंसे अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं. अब तक अमेरिका, ब्रिटेन समेत 9 देशों ने अपने राजनयिकों को रेस्क्यू कर लिया है.
सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच चल रहा संघर्ष
सूडान के गृह युद्ध में 3500 से अधिक लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं. राजधानी खार्तूम में मेन एयरपोर्ट सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच लड़ाई का स्थल रहा है. खार्तूम से 850 किलोमीटर दूर लाल सागर पर पोर्ट सूडान से कई देश अपने नागरिकों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं. लड़ाई के बीच इंटरनेट बंद कर दिया गया है. 72 घंटे की सीजफायर के बावजूद दोनों तरफ से हमले जारी हैं.
15 अप्रैल शुरू हुआ था गृहयुद्ध
राजधानी खार्तूम और सूडान के अन्य क्षेत्रों में 15 अप्रैल को सेना प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान के प्रति वफादार बलों और उनके उप-प्रतिद्वंद्वी मोहम्मद हमदान डागलो के बीच हिंसा भड़क उठी थी. डागलो शक्तिशाली अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स की कमान संभालते हैं.
16 अप्रैल को हुई थी भारतीय की मौत
गृहयुद्ध के बीच 16 अप्रैल को एक भारतीय नागरिक अल्बर्ट ऑगस्टीन की मौत हुई थी. भारतीय मिशन ने ट्वीट कर बताया कि गोली लगने से अल्बर्ट की मौत हो गई. वो सूडान में डल ग्रुप कंपनी के लिए काम करते थे. भारत सरकार पहले ही सूडान में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कर चुकी है.
पीएम मोदी ने सूडान संकट पर की थी मीटिंग
वहीं, 21 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल मीटिंग करते हुए सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए इमरजेंसी प्लान तैयार रखने की बात कही थी.
सूडान में अमेरिकी एंबेसी बंद
23 अप्रैल को अमेरिकी एंबेसी के करीब 100 राजनयिकों और उनके परिवार को सुरक्षित निकालने के लिए मिलिट्री के एयरक्राफ्ट में एयरलिफ्ट किया गया. अमेरिकी एंबेसी को फिलहाल बंद कर दिया गया है. यहां सभी काम रोक दिए गए हैं. सूडान में अमेरिकी दूतावास के काम दोबारा कब शुरू किए जाएंगे, इस बारे में भी नहीं बताया गया.
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