विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' के नेताओं ने सोमवार को कहा कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रमुख नीतीश कुमार के जाने से विपक्षी गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. वहीं कई नेताओं ने उनकी राजनीतिक पूंजी पर सवाल उठाते हुए कहा कि 'नीतीश का मतलब बिहार नहीं है' और कुछ ने उनके स्वास्थ्य पर भी संदेह जताया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ओडिशा में कहा, ‘‘महागठबंधन से एक व्यक्ति के जाने से हम कमजोर नहीं होंगे. हम भाजपा को हरायेंगे.''
बिहार के मुख्यमंत्री को विपक्षी एकता का प्रमुख सूत्रधार माना जाता था, लेकिन ‘इंडिया' के घटक दलों ने सोमवार को कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) बार-बार पाला बदलने वाले कुमार जैसे नेता को साथ लेकर विश्वसनीयता खो देगा और चुनाव में नुकसान उठाएगा.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बिहार के उनके समकक्ष नीतीश कुमार ने विपक्षी ‘इंडिया' गठबंधन से नाता तोड़कर सही काम नहीं किया. उन्होंने उनके आचरण को लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं बताया. केजरीवाल ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान नीतीश कुमार द्वारा बिहार में भाजपा के साथ मिलकर नयी सरकार बना लेने के बारे में पूछे गये एक सवाल का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की. केजरीवाल ने कहा, ‘‘ मैं महसूस करता हूं कि यह गलत है और उन्हें (इंडिया गठबंधन) नहीं छोड़ना चाहिए था. इस तरह का आचरण लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है.''
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने पुणे में कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में वापसी से विपक्षी दलों के ‘इंडिया' गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा और दावा किया कि कांग्रेस कुमार को विपक्षी दलों के गठबंधन का संयोजक नियुक्त करने के पक्ष में थी. राउत ने पत्रकारों से बातचीत में नीतीश कुमार को ‘‘पलटू राम'' करार दिया. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘उन्हें (नीतीश) सर्कस में जाना चाहिए. सर्कस में अच्छे दिन आएंगे. उन्हें पलटू राम सर्कस बनाना चाहिए और भाजपा को उसका रिंगमास्टर बनना चाहिए.''
राउत ने कहा कि ‘‘नीतीश का मतलब बिहार नहीं है'' और उन्होंने साथ ही सवाल किया कि क्या राज्य के लोगों को यह पसंद आएगा कि एक व्यक्ति एक ही कार्यकाल में कई बार (मुख्यमंत्री के रूप में) शपथ ले? उन्होंने दावा किया, ‘‘कांग्रेस तो नीतीश को ‘इंडिया' गठबंधन का संयोजक नियुक्त करने के पक्ष में थी.'' राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘अगर कोई सोचता है कि नीतीश कुमार के जाने से राष्ट्रीय (इंडिया) गठबंधन में दरार पैदा हो जाएगी तो यह सही नहीं है. वास्तव में ऐसे लोगों के जाने से संगठन और दृढ़ होगा और ‘इंडिया' गठबंधन भी मजबूत होगा.'' उन्होंने कहा, ‘‘वहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव हैं और वे ‘इंडिया' गठबंधन को मजबूत बनाएंगे, जो कुमार के गठबंधन से बाहर होने तक बिहार के उप मुख्यमंत्री थे.''
नीतीश कुमार को ‘‘मानसिक और राजनीतिक रूप से''' परेशान व्यक्ति करार देते हुए राउत ने दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और उनके करीबी एक व्यक्ति ने कहा कि वह ‘‘आंशिक रूप से याददाश्त खोने'' की समस्या से पीड़ित हैं. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘वह भूल गए होंगे कि वह ‘इंडिया' गठबंधन में थे. जब उनकी याददाश्त वापस आ जाएगी तो उन्हें पता चल जाएगा कि वह दूसरे गुट में हैं और वापस आ जाएंगे. इसे अल्जाइमर (बीमारी) कहा जाता है.'' शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) नेता राउत ने यह भी दावा किया कि कुमार और भाजपा ने बिहार में विश्वसनीयता खो दी है.
हालांकि, केंद्र सरकार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) के अध्यक्ष रामदास आठवले ने कहा कि नीतीश कुमार का निर्णय बिहार की प्रगति के लिए सही समय पर उठाया गया सही कदम है. उन्होंने लखनऊ में ‘पीटीआई़-भाषा' से बातचीत में कहा कि ''नीतीश कुमार का निर्णय सही समय पर उठाया गया सही कदम है और यह 'इंडिया गठबंधन' को बहुत बड़ा झटका देने वाला है.''
कांग्रेस ने महासचिव जयराम रमेश ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में वापसी करने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सोमवार को एक बार फिर से निशाना साधा और कहा कि वह रंग बदलने में ‘गिरगिट' को कड़ी टक्कर दे सकते हैं. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया कि जदयू प्रमुख नीतीश कुमार के बाहर ‘इंडिया' गठबंधन से निकलने से विपक्षी गठबंधन पर 'बिल्कुल कोई प्रभाव नहीं' पड़ेगा. जयराम रमेश ने तंज कसते हुए ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार जी अपना मफलर राज भवन में भूल गए. आधे रास्ते से वापिस लौटकर लेने आए, तो राज्यपाल जी चौंक गए कि इस बार तो 15 मिनट भी नहीं हुए.'' उन्होंने कहा, ‘‘गिरगिट को भी करनी पड़ी नए रंग की खोज, ये शूर वीर बदलते हैं, इतने रंग रोज.''
‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान किशनगंज में पत्रकारों से बात करते हुए रमेश ने कहा, ‘‘मैं क्या कह सकता हूं? मैंने कल कहा था, 'आया कुमार, गया कुमार.' उन्होंने कहा, 'इसका ‘इंडिया' गठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा... बिल्कुल कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.'कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि 'कुमार का विश्वासघात' 'प्रधानमंत्री द्वारा रचा गया' था. बाद में उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश कुमार गिरगिट को कड़ी टक्कर दे सकते हैं.'' कांग्रेस नेता रमेश ने कहा, 'उन्होंने (कुमार) हमें धोखा दिया है. सही समय पर बिहार की जनता उन्हें अपने इशारों पर नचाने वाले प्रधानमंत्री को करारा जवाब देगी.'
कांग्रेस के एक अन्य नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि सत्ता के लिए ‘‘अवसरवादिता'' अपने चरम पर है. सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अवसरवादिता अपने चरम पर है और यह (अवसरवाद) सत्ता के लिए है. सभी अवसरवादी हैं, चाहे वह (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी जी हों, (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह जी हों या नीतीश जी हों.''
भाजपा नेता एवं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा और दावा किया कि ‘‘विपक्षी गठबंधन का खेला खत्म हो चुका है.'' उन्होंने कहा, ''इंडिया गठबंधन' मोदी सरकार को तीसरी बार सत्ता में आने से नहीं रोक पाएगा.''
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