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This Article is From Jun 30, 2021

आप विधायक आतिशी को इनकम टैक्स विभाग का नोटिस, बोलीं- मेरे पास छिपाने को कुछ भी नहीं

आतिशी ने कहा कि ऐसी कोई एजेंसी नहीं है, जिसके जरिए केंद्र ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को परेशान नहीं किया हो, लेकिन एक भी गलती नहीं ढूंढ पाए हैं. यह इनकम टैक्स नोटिस भी उसी की एक कड़ी है.

आप विधायक आतिशी को इनकम टैक्स विभाग का नोटिस, बोलीं- मेरे पास छिपाने को कुछ भी नहीं
आप विधायक आतिशी को इनकम टैक्स विभाग का नोटिस
नई दिल्ली:

आम आदमी पार्टी की कालकाजी विधायक आतिशी को इनकम टैक्स का नोटिस मिलने पर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज और खुद आतिशी ने की प्रेस कांफ्रेंस की . आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार का बड़ा चहेता विभाग है आयकर विभाग. आतिशी को आयकर विभाग ने नोटिस दिया है, नोटिस दिया गया है 59 लाख 79 हजार की चल सम्पत्ति पर जो एफडी और म्यूचुअल फंड के रूप में है और जिसका जिक्र 2020 के चुनाव इलेक्शन के एफिडेविट में किया गया है. साधारण से साधारण बुद्धि रखने वाला आदमी भी अगर उसी एफिडेविट में और जानकारी पढ़ लेता तो समझ जाता.

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इनके माता-पिता दोनों दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं, सेंट स्टीफेंस से इन्होंने पढ़ाई की और टॉपर रहीं हैं. Chevening scholarship से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमए किया, फिर Rhodes scholarship से ऑक्सफोर्ड से एमएससी किया. इतने क्वालिफिकेशन के बाद भी कोई रिचर्स स्कॉलर का काम करे तो कोई भी समझ सकता है कि इतना धन अर्जित कर सकते हैं कि वो म्यूचुअल फंड और एफडी के रूप में रहकर इतना हो जाए.2012 से पहले का यह पूरा डिपॉजिट है. 2015 से आतिशी को प्रति माह एक रुपये की तनख्वाह पर काम करने का मौका मिला. आयकर विभाग कितना खाली बैठा है, जिस सरकार ने स्विस बैंक से काला धन लाने की घोषणा की थी, वो आज 60 लाख के डिपॉजिट पर भी नोटिस भेज रहा है. आज की राजनीति में बहुत कम महिलाएं हैं, जो बिना किसी पॉलिटिकल ग्राउंड के आती हैं. यह नोटिस भाजपा के महिला विरोधी चेहरे को दिखाता है. आम आदमी पार्टी इसकी घोर निंदा करती है.

आतिशी ने कहा कि ऐसी कोई एजेंसी नहीं है, जिसके जरिए केंद्र ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को परेशान नहीं किया हो, लेकिन एक भी गलती नहीं ढूंढ पाए हैं. यह इनकम टैक्स नोटिस भी उसी की एक कड़ी है. भाजपा को लगता है कि पढ़े-लिखे प्रोफेशनल लोग जो राजनीति में आते हैं, उन्हें ऐसे नोटिस से डराया धमकाया जा सकता है. हम इसलिए नौकरी छोड़कर आए हैं, क्योंकि हम राजनीति बदलना चाहते हैं. भाजपा के नेताओं के पास कुछ छिपाने को होगा. हमारे पास एक भी चीज छुपाने को नहीं है. इनकम टैक्स विभाग जब जहां बुलाएगा, एक-एक कागज लेकर जाऊंगी, छिपाने को कुछ नहीं है, जिस तरह हम अपनी प्रॉपर्टी बैंक अकाउंट को सार्वजनिक करने को तैयार हैं, क्या भाजपा के लोग भी ऐसा करने को तैयार हैं.
 

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