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This Article is From Apr 19, 2022

दिल्ली के जहांगीरपुरी में तनाव को देखते हुए नए सिरे से सुरक्षा व्यवस्था की गई

सोमवार को पुलिस पर हुए पथराव के बाद सुरक्षा में बदलाव करते हुए हिंसाग्रस्त इलाके को दिल्ली पुलिस ने पांच सेक्टरों में बांट दिया है

दिल्ली के जहांगीरपुरी में तनाव को देखते हुए नए सिरे से सुरक्षा व्यवस्था की गई
दिल्ली के जहांगीरपुरी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है.
नई दिल्ली:

दिल्ली के जहांगीरपुरी में तनाव को देखते हुए नए सिरे से सुरक्षा व्यवस्था की गई है. अब तक हिंसा के आरोप में 25 आरोपी पकड़े गए हैं और धरपकड़ जारी है. पुलिस ने शोभायात्रा निकालने वाले आयोजकों के खिलाफ भी केस दर्ज किया है. दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी में सुरक्षा और कड़ी कर दी है. सोमवार को पुलिस पर पथराव के बाद सुरक्षा में बदलाव करते हुए हिंसाग्रस्त इलाके को दिल्ली पुलिस ने पांच सेक्टरों में बांट दिया है. हर सेक्टर में पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती के साथ एक एडिशनल डीसीपी रैंक के अफसर को निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है. सुरक्षा में दिल्ली पुलिस, आरएएफ और सीआरपीएफ के 500 से ज्यादा जवान तैनात हैं.

पुलिस ने सोमवार को शोभायात्रा के आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. पुलिस के मुताबिक यह शोभायात्रा पुलिस की अनुमति के बगैर निकाली गई. इस मामले में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कुछ नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. विश्व हिंदू परिषद के एक नेता प्रेम शर्मा से पूछताछ भी की गई.

विश्व हिन्दू परिषद के नेता प्रेम शर्मा ने कहा कि ''हमने कई सालों तक जुलूस निकाला और ऐसा कभी नहीं हुआ. हमने तीन पुलिस स्टेशनों से अनुमति ली थी. उन्होंने हमें सुरक्षा प्रदान नहीं की. हमला मस्जिद से शुरू हुआ और पथराव से हमारे कई कार्यकर्ता घायल हो गए.''

जहांगीरपुरी मस्जिद के इमाम का दावा है कि शोभायात्रा में शामिल लोगों के मस्जिद पर हमला शुरू करने के बाद झड़प हुई. इमाम मोहम्मद सलाहुद्दीन ने कहा कि ''तीसरी शोभायात्रा के उकसावे के बाद झड़पें शुरू हुईं. पहले दो शोभायात्रा शांतिपूर्ण थीं लेकिन तीसरी यात्रा में उकसावे के लिए लोगों ने मस्जिद पर भगवा झंडे फेंके. अंसार तनाव को कम करने और उसमें भाग नहीं लेने की कोशिश कर रहे थे. लोग इस कॉलोनी में शांति से रहते थे और हमारे क्षेत्र में कभी कोई झड़प नहीं हुई. झड़पें केवल दूसरी तरफ के उकसावे के कारण हुईं.''

इस बीच पुलिस ने झड़पों की जांच करते हुए दो नाबालिगों सहित 25 लोगों को गिरफ्तार किया है. जांच के दौरान पुलिस को हिंसा से जुड़े करीब 150 मोबाइल फुटेज मिले हैं. इनके जरिए आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है. पश्चिम बंगाल के हल्दिया के रहने वाले मुख्य आरोपी अंसार के बैकग्राउंड की जांच के लिए पुलिस हल्दिया जाएगी. आरोपी असलम को हथियार सप्लाई करने वाले गुल्लू नाम के शख्स की तलाश जारी है. हिंसा को लेकर पीएफआई संगठन की भूमिका की भी जांच की जा रही है. आरोपियों के कॉल डिटेल्स और तकनीकी जांच के जरिए सबूत इकठ्ठा किए जा रहे हैं.

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी दीपेंद्र पाठक ने कहा कि ''स्थिति शांतिपूर्ण है. पर्याप्त पुलिस तैनात है. शांति सुनिश्चित करने के लिए अमन कमेटी भी बात कर रही है. इस समय जांच पर ज्यादा नहीं बोल सकते अनुचित है. हम उन सभी को पकड़ रहे हैं जिन्होंने बंदूकें, तलवारें लहराई हैं.''

जहांगीरपुरी में तनाव को देखते हुए सभी संवेदनशील इलाकों में पैदल गश्त और ड्रोन कैमरों के जरिए निगरानी की जा रही है. जामा मस्जिद और हौज़काज़ी जैसे इलाकों में ड्रोन से निगरानी कर सुरक्षा को पुख्ता किया गया है.

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