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This Article is From Sep 03, 2020

चीन के साथ जारी तनाव के बीच CDS जनरल रावत की पाकिस्‍तान को दोटूक, 'दुस्‍साहस किया तो भारी पड़ेगा'

CDS जनरल रावत ने कहा कि पाकिस्तान और चीन से दो मोर्चों पर साझा चुनौतियां बनी हुई हैं. वास्तव में यदि उन्होंने ऐसी कोई हरकत करने का प्रयास किया तो उनको बहुत ज़्यादा नुकसान हो सकता है. 

जनरल रावत ने कहा कि पाकिस्तान और चीन से दो मोर्चों पर साझा चुनौतियां बनी हुई हैं

Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी फोरम पर जताए यह विचार
कहा, पाकिस्‍तान और चीन से दो मोर्चों पर हैं चुनौतियां
हम इनसे समुचित ढंग से निपटने में हैं सक्षम
नई दिल्ली:

लद्दाख में चीन के साथ जारी तनाव के बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ (Chief of Defence Staff) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) ने पाकिस्‍तान (Pakistan )को दोटूक लहजे में चेतावनी दी है. जनरल रावत ने कहा कि चीन (China) के साथ जारी तनाव का फायदा उठाने की कोशिश की तो बहुत दुर्गति होगी. उन्‍होंने अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी फोरम पर वेबिनार में यह बात कही. सीडीएस जनरल रावत ने कहा कि उत्तरी सीमा पर जारी तनाव का फायदा पाकिस्तान उठाने की कोशिश कर सकता है लेकिन हम इसका जवाब देने के लिये तैयार हैं. यह सुनिश्चित करने के लिये कि पाकिस्तान ऐसी कोई हरकत न कर पाए और अपने मिशन में कामयाब न हो, हमने पर्याप्त कदम उठाए हैं.

यदि चीन के साथ बातचीत नाकाम रही तो सैन्‍य विकल्‍प भी रास्‍ता: जनरल रावत

CDS जनरल रावत ने कहा कि पाकिस्तान और चीन से दो मोर्चों पर साझा चुनौतियां बनी हुई हैं. वास्तव में यदि उन्होंने ऐसी कोई हरकत करने का प्रयास किया तो उनको बहुत ज़्यादा नुकसान हो सकता है. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चीन का आर्थिक सहयोग यह दर्शाता है कि हमारी तैयारी उच्च स्तरीय होनी चाहिए. उन्‍होंने कहा कि हम चीन द्वारा तिब्बत में ढांचागत व्यवस्था का निर्माण, रणनीतिक रेलवे लाइंस और रक्षा संबंधी कदमों का अध्ययन कर रहे हैं. चीन से हमारे सीमा से सम्बंधित कायदे क़ानून हैं लेकिन हम चीन द्वारा आक्रामक कदम देख रहे हैं. हालांकि हम इनसे हरसंभव तौरतरीक़ों से निपटने में सक्षम हैं. जनरल रावत से जब यह पूछा गया कि चीन से जारी मौजूदा तनातनी में अमेरिका किस तरह भारत की मदद कर सकता है तो उन्होंने कहा कि सूचनाएं साझा करने और युद्ध के लिये हाईटेक सिस्टम की आपूर्ति का हमें इंतज़ार है. अमेरिका के साथ एयरोस्पेस और अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में सहयोग की अपेक्षा है. उन्‍होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर पाने में कामयाब रहे हैं कि हमारी फ्रंटलाइन ट्रुप्स कोविड से प्रभावित न हों, ऐसा अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है.

पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि भारत परमाणु से लेकर अर्द्ध-परंपरागत तक हर संभावित संघर्ष के सर्वाधिक जटिल खतरों और चुनौतियों का सामना कर रहा है, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि सैन्य बल उनसे निपटने के लिए तैयार हैं. जनरल रावत ने ऑनलाइन कार्यक्रम में कहा, ‘‘भारत चीन की कुछ आक्रामक हरकतों को देखता आ रहा है, पर हम इनसे समुचित ढंग से निपटने में सक्षम हैं.'' उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान अगर चीन के साथ भारत के सीमा विवाद का फायदा उठाते हुए हमारे देश के खिलाफ कोई दुस्साहस करने की कोशिश करता है तो वह भारी नुकसान उठाएगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, भारत के खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ रहा है, जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ करवा रहा है और देश के अन्य हिस्सों में भी आतंकवाद फैलाने के प्रयास कर रहा है. जनरल रावत ने इसमें कई अन्य मुद्दों पर भी बात की. मसलन उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के संबंध में भारत के दृष्टिकोण, अमेरिका के साथ रक्षा एवं सुरक्षा संबंधों के महत्व तथा रक्षा उत्पादन में आत्म-निभर्रता पर सरकार के ध्यान आदि विषयों पर भी बात रखी. (भाषा से भी इनपुट)

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