विज्ञापन
This Article is From Jun 09, 2019

सियाचिन में दुश्मन ही नहीं ठंड से भी लड़ते हैं जवान, -60 डिग्री में अंडा, आलू और प्याज बन गए पत्थर, देखें Video

जवानों ने जमे हुए टमाटर, प्याज, आलू और अदरक को भी वीडियो में तोड़ने की कोशिश की लेकिन वह नाकाम रहे.

सियाचिन में दुश्मन ही नहीं ठंड से भी लड़ते हैं जवान, -60 डिग्री में अंडा, आलू और प्याज बन गए पत्थर, देखें Video
नई दिल्ली:

भारत में इस समय खूब गर्मी पड़ रही है लेकिन सियाचिन में भारतीय जवान -60 डिग्री की जमा देने वाली ठंड में देश की सुरक्षा में डटे हुए हैं. ऐसे में जवानों का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह दिखा रहे हैं कि वहां इतनी ठंड पड़ रही है कि उनका जूस, अंडे और सब्जियां तक जम गई हैं और हथौड़े से तोड़ने पर भी इन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वीडियो में सेना के तीन जवान मौजूद हैं. सबसे पहले एक जवान फ्रूट जूस का डब्बा खोलकर दिखाता है जोकि ठंड की वजह से जम गया है और हथौड़ा मारने पर भी टूट नहीं रहा. इसके अलावा अंडा और आलू का भी यही हाल है. ठंड की वजह से ये भी जम गए हैं और हथौड़े का प्रयोद करने पर भी टूट नहीं रहे.

सेना का एक जवान यह कहते हुए दिख रहा है कि पहाड़ों पर इस तरह के जमे हुए अंडे मिलते हैं. इसके बाद जवानों ने जमे हुए टमाटर, प्याज, आलू और अदरक को भी वीडियो में तोड़ने की कोशिश की लेकिन वह नाकाम रहे. एक जवान ने बताया कि यहां पर तापमान 70 से भी नीचे चला जाता है.

राजनाथ सिंह ने सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन का दौरा किया, जवानों के माता-पिता को लेकर कही यह बात...   

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में इस बात की झलक देखी जा सकती है कि दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान में सैनिकों को हर रोज कितनी मुश्किलों का सामना करना होता है. वीडियो में तीन सैनिकों को फल जूस के खुले टेट्रा पैक को तोड़ते देखा जा सकता है, और उसे तोड़ने के बाद भी बर्फ ही निकलती है. उसके बाद वे बताते हैं कि जूस पीने के लिए उन्हें उसे उबालना पड़ता है. वीडियो से यह भी पता चलता है कि यदि आप सियाचिन में हैं तो तोड़ना आम बात है. सैनिक बताते हैं कि उन्हें अंडे तोड़ने के लिए हथौड़े की जरूरत पड़ती है.

National War Memorial: राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से जुड़ी 10 खास बातें 

एक ट्विटर यूजर ने लिखा है, "हमारे सैनिक सियाचिन में कितने कठिन मौसम का सामना करते हैं. इसे तथाकथित लिबरलों और सेकुलरों को भेजें, जो भारतीय सेना का मनोबल गिराने का कोई मौका नहीं छोड़ते." एक अन्य यूजर ने लिखा, "हे भगवान यह बहुत दुखद है..हमारे बहादुर और क्षमतावान सियाचिन के सैनिकों को सलाम. इन जांबाजों का जीवन इतना कठिन है." (इनपुट: IANS)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com