बच्ची को फुसलाकर एक आदमी ने उसका कई बार रेप किया...
पूर्वी सिंहभूम जिला, झारखंड:
रेप की शिकार हुई 9 साल की पीड़ित बच्ची के पिता को बच्ची के इलाज के लिए सबसे करीब के सरकारी हॉस्पिटल में ले जाने के लिए भी हर हफ्ते 4 किलोमीटर तक पैदल दौड़ लगानी पड़ती है। करीब 2 महीने से इसी तरह से उन्हें बच्ची का इलाज करवाने के लिए हॉस्पिटल पहुंचना पड़ता है। यह वाकया झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले का है। इस परिवार के पास साइकल तक नहीं थी जिसके सहारे वह बच्ची को अस्पताल ले जा पाते।
बच्ची का किया गया कई बार रेप...
जुलाई में बच्ची को फुसलाकर एक आदमी ने उसका कई बार रेप किया। इसके चलते बच्ची की आंते तक फट गई थीं। इसके बाद से बच्ची का परिवार उसका इलाज करवाने के लिए प्राथमिक चिकित्सा केंद्र से लेकर रांची के अस्पताल तक लेकर गया। बच्ची की हालत अब स्थिर बताई जा रही है लेकिन उसे अब भी हर हफ्ते प्राथमिक चिकित्सा केंद्र जाकर जख्मों की जांच और पट्टी आदि करवानी पड़ती है।
हाई कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान...
परिवार को इस बात से राहत मिली है कि झारखंड के हाई कोर्ट ने हाल ही इस मामले पर संज्ञान लिया है। शुक्रवार को कोर्ट ने परिवार को तुरंत 1 लाख रु की सहायता देने का निर्देश दिया है। मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कोर्ट द्वारा कल यानी मंगलवार को केस की सुनवाई की जाएगी।
अब प्रशासन भी हुआ एक्टिव...
प्रशासन ने एक साइकल, आर्थिक सहायता और पिता के लिए नौकरी की मदद का वादा किया है। पिता फिलहाल तक दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करते थे। क्षेत्र के ब्लॉक डेवेलपमेंट ऑफिसर मृत्युंजय कुमार ने बताया, नरेगा (NREGA) के तहत बच्ची के पिता को रोजगार दिया जाएगा। हम अनाज देने की कोशिश भी कर रहे हैं। सरकारी योजना के तहत उन्हें जमीन भी देंगे।
बच्ची को दिए जा चुके हैं कई इंजेक्शन...
बच्ची के पिता ने बताया, बच्ची को अब तक 50-60 सेलाइन ड्रिप चढ़ाए जा चुके हैं। कई इंजेक्शन दिए जा चुके हैं। रांची के डॉक्टरों का कहना है कि वह बेहतर हो सकती है लेकिन हमें उसे हर हफ्ते चेकअप के लिए यहां लाना होगा। मैं उसे हर हफ्ते यहां लाता तो हूं लेकिन यह बेहद मुश्किल है।
रेप का आरोपी गिरफ्तार...
बच्ची के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि वह रेप के एक दूसरे मामले में भी शामिल है। यहां बता दें कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक, 2014 में झारखंड में रेप के 1050 केस दर्ज हो चुके हैं। हेल्थ मिनिस्ट्री के डाटा बताते हैं कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में कमी आई है, खासतौर से ऐसे जो गावों के करीब हों।
बच्ची का किया गया कई बार रेप...
जुलाई में बच्ची को फुसलाकर एक आदमी ने उसका कई बार रेप किया। इसके चलते बच्ची की आंते तक फट गई थीं। इसके बाद से बच्ची का परिवार उसका इलाज करवाने के लिए प्राथमिक चिकित्सा केंद्र से लेकर रांची के अस्पताल तक लेकर गया। बच्ची की हालत अब स्थिर बताई जा रही है लेकिन उसे अब भी हर हफ्ते प्राथमिक चिकित्सा केंद्र जाकर जख्मों की जांच और पट्टी आदि करवानी पड़ती है।
हाई कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान...
परिवार को इस बात से राहत मिली है कि झारखंड के हाई कोर्ट ने हाल ही इस मामले पर संज्ञान लिया है। शुक्रवार को कोर्ट ने परिवार को तुरंत 1 लाख रु की सहायता देने का निर्देश दिया है। मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कोर्ट द्वारा कल यानी मंगलवार को केस की सुनवाई की जाएगी।
अब प्रशासन भी हुआ एक्टिव...
प्रशासन ने एक साइकल, आर्थिक सहायता और पिता के लिए नौकरी की मदद का वादा किया है। पिता फिलहाल तक दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करते थे। क्षेत्र के ब्लॉक डेवेलपमेंट ऑफिसर मृत्युंजय कुमार ने बताया, नरेगा (NREGA) के तहत बच्ची के पिता को रोजगार दिया जाएगा। हम अनाज देने की कोशिश भी कर रहे हैं। सरकारी योजना के तहत उन्हें जमीन भी देंगे।
बच्ची को दिए जा चुके हैं कई इंजेक्शन...
बच्ची के पिता ने बताया, बच्ची को अब तक 50-60 सेलाइन ड्रिप चढ़ाए जा चुके हैं। कई इंजेक्शन दिए जा चुके हैं। रांची के डॉक्टरों का कहना है कि वह बेहतर हो सकती है लेकिन हमें उसे हर हफ्ते चेकअप के लिए यहां लाना होगा। मैं उसे हर हफ्ते यहां लाता तो हूं लेकिन यह बेहद मुश्किल है।
रेप का आरोपी गिरफ्तार...
बच्ची के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि वह रेप के एक दूसरे मामले में भी शामिल है। यहां बता दें कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक, 2014 में झारखंड में रेप के 1050 केस दर्ज हो चुके हैं। हेल्थ मिनिस्ट्री के डाटा बताते हैं कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में कमी आई है, खासतौर से ऐसे जो गावों के करीब हों।
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