सीवान में राजदेव रंजन हिंदी अखबार हिंदुस्तान के ब्यूरो चीफ थे
सीवान:
बिहार के सीवान में हिंदुस्तान अखबार के पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के मुख्य आरोपी उपेंद्र सिंह को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन शुरुआती जानकारी के मुताबिक उसे एक्साइज़ एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। उपेंद्र के अलावा तीन अन्य आरोपी भी हिरासत में लिए गए हैं। इन सभी से पत्रकार की हत्या के मामले में भी पूछताछ होगी।
उपेंद्र सिंह को जेल में बंद पूर्व सांसद और बाहुबली शहाबुद्दीन का करीबी माना जाता है। बीजेपी का आरोप है कि हत्या के पीछे आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का हाथ है। बीजेपी ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। हत्या के विरोध में बीजेपी ने आज धरना-प्रदर्शन भी किया।
बिहार पुलिस का दावा है कि इस हत्याकांड में कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं। पूर्व में पकड़े गए तीन लोगों से पूछताछ जारी है। इस बीच पत्रकार की हत्या पर सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी ने हत्या के पीछे आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के हाथ होने की शंका ज़ाहिर की है। साथ ही बीजेपी ने इस मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग भी की है। पुलिस अधिकारियों ने भी पत्रकार रंजन के हत्या की कड़ी शहाबुद्दीन से जुड़ने की बात कही है। वर्तमान में शहाबुद्दीन कत्ल और अपहरण जैसे मामलों के लिए सिवान जेल में बंद हैं।
बिहार पुलिस का कहना है कि रंजन के मामले में जिन तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें से एक उपेंद्र सिंह है जिसका ईंट का कारोबार है और उसके जेल में बंद डॉन से करीबी नाता है। 1990 से लेकर 2005 तक सिंह, पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के शार्पशूटरों को मदद मुहैया करवाता था। गौरतलब है कि इसी दौरान शहाबुद्दीन के कथित आदेशों पर इलाके में कई कत्ल और अपहरण की वारदातों को अंजाम दिया गया था।
कोई गिरफ्तारी नहीं...
गौरतलब है कि सिंह पर सीवान में हुए एक शूटआउट के लिए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से शार्पशूटर लाए जाने का आरोप है। सीवान के पुलिस अधिकारी सौरभ साह ने कहा है कि 'जब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो जाती, यह कहना मुश्किल है कि मामले में शहाबुद्दीन का हाथ है या नहीं। लेकिन जांच हो रही है। यह सच है कि जो गिरफ्तार हुए हैं उनका शहाबुद्दीन से लिंक तो है।'
बता दें कि इसी साल अप्रैल में लालू यादव की आरजेडी में शहाबुद्दीन को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी समिति का सदस्य बनाया गया था। मार्च में एक आरजेडी मंत्री ने तब सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर दी थी जब उन्होंने जेल में बंद शहाबुद्दीन के साथ अपना एक फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था। तस्वीर में शहाबुद्दीन ने मंत्री के कंधे पर हाथ रखा हुआ था और एक और नेता के साथ मिलकर यह तीनों जेल के नियमों के विरुद्ध नाश्ते-पानी का मज़ा ले रहे थे।
उपेंद्र सिंह को जेल में बंद पूर्व सांसद और बाहुबली शहाबुद्दीन का करीबी माना जाता है। बीजेपी का आरोप है कि हत्या के पीछे आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का हाथ है। बीजेपी ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। हत्या के विरोध में बीजेपी ने आज धरना-प्रदर्शन भी किया।
बिहार पुलिस का दावा है कि इस हत्याकांड में कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं। पूर्व में पकड़े गए तीन लोगों से पूछताछ जारी है। इस बीच पत्रकार की हत्या पर सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी ने हत्या के पीछे आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के हाथ होने की शंका ज़ाहिर की है। साथ ही बीजेपी ने इस मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग भी की है। पुलिस अधिकारियों ने भी पत्रकार रंजन के हत्या की कड़ी शहाबुद्दीन से जुड़ने की बात कही है। वर्तमान में शहाबुद्दीन कत्ल और अपहरण जैसे मामलों के लिए सिवान जेल में बंद हैं।
राजदेव रंजन को पॉइंट ब्लैंक रेंज से मारा गया था
बिहार पुलिस का कहना है कि रंजन के मामले में जिन तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें से एक उपेंद्र सिंह है जिसका ईंट का कारोबार है और उसके जेल में बंद डॉन से करीबी नाता है। 1990 से लेकर 2005 तक सिंह, पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के शार्पशूटरों को मदद मुहैया करवाता था। गौरतलब है कि इसी दौरान शहाबुद्दीन के कथित आदेशों पर इलाके में कई कत्ल और अपहरण की वारदातों को अंजाम दिया गया था।
कोई गिरफ्तारी नहीं...
गौरतलब है कि सिंह पर सीवान में हुए एक शूटआउट के लिए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से शार्पशूटर लाए जाने का आरोप है। सीवान के पुलिस अधिकारी सौरभ साह ने कहा है कि 'जब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो जाती, यह कहना मुश्किल है कि मामले में शहाबुद्दीन का हाथ है या नहीं। लेकिन जांच हो रही है। यह सच है कि जो गिरफ्तार हुए हैं उनका शहाबुद्दीन से लिंक तो है।'
बता दें कि इसी साल अप्रैल में लालू यादव की आरजेडी में शहाबुद्दीन को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी समिति का सदस्य बनाया गया था। मार्च में एक आरजेडी मंत्री ने तब सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर दी थी जब उन्होंने जेल में बंद शहाबुद्दीन के साथ अपना एक फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था। तस्वीर में शहाबुद्दीन ने मंत्री के कंधे पर हाथ रखा हुआ था और एक और नेता के साथ मिलकर यह तीनों जेल के नियमों के विरुद्ध नाश्ते-पानी का मज़ा ले रहे थे।
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