शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई, तो वह करोड़ों रुपये के कथित सिंचाई घोटाले और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की ओर से बिल्डर की फाइलों को जल्दबाजी में दी गई मंजूरी की जांच कराएंगे।
ठाकरे ने शुक्रवार रात कहा, एक समय वे (कांग्रेस-एनसीपी) अच्छे दोस्त थे, अब वे एक-दूसरे पर इल्जाम लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। एक (अजित पवार) ने कहा कि उन दस्तावेजों को पाने के लिए वह आरटीआई दायर करेंगे, जिन पर चव्हाण ने दस्तखत किए, जबकि दूसरे (चव्हाण) ने कहा कि कानून उन्हें वैसे ही पकड़ लेगा, जैसे जयललिता के साथ हुआ।
उद्धव ने कहा, ...पर दोनों को चिंता नहीं करनी चाहिए। वोट मिलने पर सत्ता में आने के बाद मैं आपकी सभी फाइल खोलूंगा और और असलियत सामने लाऊंगा। वह उपनगर बोरिवली में दशहरा रैली को संबोधित कर रहे थे।
उद्धव ने सत्ता में आने पर बाल ठाकरे स्मारक बनाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, राज्य में सत्ता में आने पर हम सुनिश्चित करेंगे कि मेरे पिता बाल ठाकरे का एक स्मारक बने, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर का हो, लेकिन मैं इसके लिए दूसरी पार्टियों से मदद नहीं लेना चाहता।
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