दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में अपने पूर्व कानून मंत्री जितेन्द्र तोमर के मुद्दे पर पहली बार अपना पक्ष रखा और पीएम को नसीहत दे डाली।
केजरीवाल ने कहा, 'इस मामले में अब जो भी जानकारी सामने आ रही है, मुझे नहीं पता वो सही है या गलत लेकिन उससे ऐसा लगता है कि मुझे धोखे में रखा गया था। लेकिन हमने तो अपने मंत्री का मामला सामने आते ही कार्रवाई कर दी, लेकिन मैं पीएम से अनुरोध करूंगा कि जिस तरह मुझे धोखे में रखा गया ऐसे ही लगता है पीएम के मंत्री भी उनको धोखे में रख रहे हैं। मैं चाहूंगा वसुंधरा और सुषमा की पीएम निष्पक्ष जांच करवाएं।'
दिल्ली विधानसभ का बजट सत्र शुरू होते बीजेपी ने सीएम से तोमर के मुद्दे पर बयान की मांग की। जैसे ही केजरीवाल ने बोलना शुरू किया, बीजेपी विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने बीच में उठकर आपत्ति की और स्पीकर को ये आपत्ति इतनी आपत्तिजनक लगी कि उन्होंने मार्शल बुलवाकर विधायक को बाहर करवा दिया।
इसके बाद सीएम ने फिर बोलना शुरू किया और बताया कि जब मामला सामने आया तो उन्होंने तोमर से सफाई मांगी थी और जो सफाई तोमर ने दी थी, उससे ऐसा लगा कि तोमर ठीक कह रहे हैं। जैसे ही पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया, उन्होंने इस्तीफा दिया और हमने स्वीकार किया।
लेकिन जब अपनी सफाई में केजरीवाल ने पीएम का नाम लिया तो बीजेपी विधायकों ने आपत्ति जताई और बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता और जगदीश प्रधान ने विरोध जताया और अपनी सीट छोड़कर वेल में नीचे आकर बैठ गए।
केजरीवाल ने कहा, 'इस मामले में अब जो भी जानकारी सामने आ रही है, मुझे नहीं पता वो सही है या गलत लेकिन उससे ऐसा लगता है कि मुझे धोखे में रखा गया था। लेकिन हमने तो अपने मंत्री का मामला सामने आते ही कार्रवाई कर दी, लेकिन मैं पीएम से अनुरोध करूंगा कि जिस तरह मुझे धोखे में रखा गया ऐसे ही लगता है पीएम के मंत्री भी उनको धोखे में रख रहे हैं। मैं चाहूंगा वसुंधरा और सुषमा की पीएम निष्पक्ष जांच करवाएं।'
दिल्ली विधानसभ का बजट सत्र शुरू होते बीजेपी ने सीएम से तोमर के मुद्दे पर बयान की मांग की। जैसे ही केजरीवाल ने बोलना शुरू किया, बीजेपी विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने बीच में उठकर आपत्ति की और स्पीकर को ये आपत्ति इतनी आपत्तिजनक लगी कि उन्होंने मार्शल बुलवाकर विधायक को बाहर करवा दिया।
इसके बाद सीएम ने फिर बोलना शुरू किया और बताया कि जब मामला सामने आया तो उन्होंने तोमर से सफाई मांगी थी और जो सफाई तोमर ने दी थी, उससे ऐसा लगा कि तोमर ठीक कह रहे हैं। जैसे ही पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया, उन्होंने इस्तीफा दिया और हमने स्वीकार किया।
लेकिन जब अपनी सफाई में केजरीवाल ने पीएम का नाम लिया तो बीजेपी विधायकों ने आपत्ति जताई और बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता और जगदीश प्रधान ने विरोध जताया और अपनी सीट छोड़कर वेल में नीचे आकर बैठ गए।
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