चिराग पासवान ने JDU अध्यक्ष ललन सिंह के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमे में बिहार में एक नए चिराक मॉडल को तैयार करने की बात कही थी. चिराग पासवान ने ललन सिंह के इस बयान को लेकर रविवार को एक ट्वीट किया. इसमें उन्होंने कहा कि मैं सकारात्मक राजनीति करता हूँ. किसी का कोई मॉडल नहीं हूँ. दूसरे का घर तोड़ने वाले के घर में ही आज फूट हो गयी है. बेहतर होगा कि वे कारणों को बाहर चौराहे पर ना तलाशे. बता दें कि इससे पहले JDU अध्यक्ष ललन सिंह ने इशारों इशारों में बीजेपी पर हमला करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश की जा रही थी, राज्य में पहले की तरह ही एक और चिराग मॉडल को तैयार करने की कोशिश हो रही है.
मैं सकारात्मक राजनीति करता हूँ। किसी का कोई मॉडल नहीं हूँ। दूसरे का घर तोड़ने वाले के घर में ही आज फूट हो गयी है। बेहतर होगा कि वे कारणों को बाहर चौराहे पर ना तलाशे।
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) August 7, 2022
बता दें कि ललन सिंह ने रविवार को पटना में एक प्रेस वार्ता में कहा था कि नीतीश कुमार जी के विधायकों की संख्या जो 43 हुई है वो जनाधार के कम होने की वजह से नहीं है. वो अगर हुई है तो सिर्फ और सिर्फ साजिश की वजह से. इस साजिश का परिणाम है कि आज नीतीश जी 43 पर हैं. और उस साजिश के प्रति अब नीतीश की पार्टी पूरी तरह से सतर्क है. अब कोई साजिश या षडयंत्र अब यहां चलने वाला नहीं है. एक मॉडल इस्तेमाल किया था 2020 के चुनाव में. उसे चिराग मॉडल कहा गया था. एक दूसरा भी चिराग मॉडल तैयार किया जा रहा था.
कभी आगे मौका मिला तो बताएं कि षडयंत्र कहां और कैसे कैसे हुआ. कोई आदमी नीतीश जी के खिलाफ षड़यंत्र क्यों कर रहा है,ये समझ से परै है. नीतीश कुमार ने बिहार में विकास की एक नई लकीर खींची है. अगर आपको उसे मिटाना है तो उससे बड़ी लकीर खीचों, लेकिन षडयंत्र क्यों करते हो. उन्होंने आगे कहा कि जेडीयू केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल नहीं होगा. नीतीश कुमार जी ने 2019 में कहा था कि हम केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल नहीं होंगे, हमारी पार्टी आज भी उसी स्टैंड पर खड़ी है.
2021 में सरकार में शामिल हुए थे आप उनसे ही पूछिए की वो क्यों शामिल हुए. नीतीश जी तो 2019 में ही कह चुके थे कि सरकार में शामिल नहीं होंगे. मैं पहले भी कह चुका हूं कि अगर मुख्यमंत्री जी किसी को कोई जिम्मेदारी देते हैं तो उनके फैसलों में हस्तक्षेप नहीं करते हैं. ऐसे में 2021 राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह थे, अब ये उनका फैसला था. लिहाजा जवाब भी उन्हें देना होगा.
बता दें कि बिहार सीएम नीतीश कुमार के नाराज होने के बाद जदयू छोड़ने के एक दिन बाद आरसीपी सिंह ने उन पर निशाना साधते हुए कहा वे बदले की भावना से भरे हुए हैं. जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश कुमार के करीबी रहे आरसीपी सिंह ने कहा कि वह इसलिए इतना नीचे गिर गए और मेरी बेटियों को निशाना बनाया. जदयू ने आरसीपी सिंह से उनकी बेटियों से जुड़ी संपत्तियों में 'अनियमितताओं' के बारे में सवाल पूछा था.
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