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भारत में कैसे शामिल हुआ था सिक्किम, पहले किसका था शासन

इंदिरा गांधी की सरकार ने 1975 में सिक्किम को कैसे बनाया था भारत का 22वां राज्य. उस समय सिक्किम पर किसका था शासन.

भारत में कैसे शामिल हुआ था सिक्किम, पहले किसका था शासन
नई दिल्ली:

पूर्वोत्तर भारत का राज्य सिक्किम आज अपना 50वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समते कई नेताओं ने सिक्किम के लोगों को बधाई दी है. पूर्वी हिमालय पर स्थित सिक्किम भारत के सबसे छोटे राज्यों में से एक है. सिक्किम की सीमा उत्तर और उत्तर-पूर्व में चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र,दक्षिण-पूर्व में भूटान, दक्षिण में पश्चिम बंगाल और पश्चिम में नेपाल से लगती है.सिक्किम 16 मई, 1975 को भारत का 22वां राज्य बना था.आइए जानते हैं कि इससे पहले सिक्किम की स्थिति क्या थी, क्या वह स्वतंत्र देश था या कोई स्वायत्त क्षेत्र.

कैसा था आजाद सिक्किम

भारतीय गणराज्य में शामिल होने से पहले तक सिक्किम एक स्वतंत्र देश हुआ करता था. वहां पर नामग्याल राजवंश का शासन था. वहां के राजा को चोग्याल के नाम से जाना जाता था. 

चीन की चुंबी घाटी के पास भारत की 21 मील की गर्दन है. इसे 'सिलीगुड़ी नेक' के नाम से जानते हैं.इसी चुंबी घाटी से लगा हुआ है सिक्किम.इसकी रणनीतिक स्थिति को देखते हुए भारत के सामरिक विशेषज्ञों ने सिक्किम को भारत में मिलाने की जरूरत महसूस की. भारत ने 1962 में चीन के साथ युद्ध के बाद सिक्किम को भारत में मिलाने के प्रयास शुरू किए. 

सिक्किम को भारत का हिस्सा बनाने के अभियान में भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालीसिस बिंग (आरएडब्लू) की भूमिका महत्वपूर्ण थी. भारत की इस कार्रवाई को चीन 2003 तक पचा नहीं पाया था. उसने 28 साल बाद 2003 में सिक्किम को भारत के राज्य के रूप में अपने नक्शे में दिखाया था. 

सिक्किम का भारत में विलय

सिक्किम को भारत में मिलाने की सैन्य कार्रवाई छह अप्रैल, 1975 को शुरू हुई थी. उस दिन भारतीय सैनिकों ने राजमहल को चारों तरफ़ से भारतीय सैनिकों ने चोग्याल के महल को घेर लिया था. इन सैनिकों ने महल की सुरक्षा में तैनात गार्डों पर काबू पाकर राजमहल पर कब्जा जमाया था.उस दिन दोपहर में भारत ने सिक्किम का अलग देश का दर्जा खत्म कर चोग्याल को उनके महल में नजरबंद कर दिया था. 

अपने राजदरबार में रानी होप कुक के साथ सिक्किम के राजा चोग्याल.

अपने राजदरबार में रानी होप कुक के साथ सिक्किम के राजा चोग्याल.

बीएस दास को सिक्किम का पहला प्रशासक बनाया गया था. इससे पहले वो दिल्ली के नगर पालिका आयुक्त थे. वहाँ के चोग्याल ने एक अमरीकी लड़की होप कुक से शादी की. उन्होंने उन्हें उकसाना शुरू किया और चोग्याल को लगा कि अगर वह सिक्किम को पूरी तरह से आज़ाद कराने की मांग करेंगे तो अमरीका उनका समर्थन करेगा. भारत यह स्वीकार नहीं कर सकता था.

चोग्याल ने होप कुक नाम की एक अमेरिकी महिला से शादी की थी. लेकिन वह चोग्याल की आदतों से परेशान रहती थी, खासकर जरूरत से ज्यादा शराब पीने की.ऐसे में चोग्याल के नजरबंद होने के बात होप कुक ने अमेरिका वापस लौटने का फैसला कर लिया.चोग्याल ने हालात को देखते हुए होप को रोकने की कोशिश की. लेकिन वह रुकी नहीं.चोग्याल की यह दूसरी शादी थी.पहली पत्नी से उनके तीन बच्चे थे.चोग्याल और  होप की उम्र में भी काफी अंतर था.होप अपने दो बच्चों के साथ अमेरिका लौट गई थी.   

सिक्किम के राजा की अमेरिकी पत्नी

भारतीय अधिकारियों ने अपने संस्मरणों में लिखा है कि अमेरिका लौटने से पहले होप कुक ने महल की बहुत सी बहुमूल्य कलाकृतियां और पेंटिंग्स अमरीका पहुंचा दी थीं. बहुत से लोग होप कुक को अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए का एजेंट मानते हैं, क्योंकि वो राजनीतिक तौर पर अधिक सक्रिय रहती थीं. उनसे मिलने के लिए बहुत से विदेशी मेहमान आते रहते थे. वो सिक्किम को लेकर लेख भी लिखा करती थीं. 

नजरबंद किए जाने के बाद चोग्याल की लोकप्रियता में जबरदस्त गिरावट आई. लोग उनके नापसंद करने लगे थे. चुनावों में उनकी  नेशनलिस्ट पार्टी को भारी हार मिली. उनका केवल एक सदस्य ही जीत सका. बाकी के जीते हुए लोगों ने चोग्याल के नाम पर शपथ लेने से इनकार करते हुए सिक्किम के नाम पर शपथ ली थी. 

सिक्किम को भारत का 22वां राज्य बनाने का संविधान संशोधन विधेयक 23 अप्रैल, 1975 को संसद के निचले सदन लोकसभा में पेश किया गया थी. लोकसभा ने विधेयक को उसी दिन 299-11 के बहुमत से पारित कर दिया था. इस बिल को राज्यसभा ने 26 अप्रैल 1975 को पारित किया. राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने 15 मई, 1975 को इस बिल पर दस्तखत किए थे.इससे नाम्ग्याल राजवंश का शासन सिक्किस से खत्म हो गया और वो भारत का 22वां राज्य बन गया था. 

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