केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सहित उसके सहयोगियों की आलोचना करते हुए शुक्रवार को कहा कि उनके गठबंधन का नाम बदलकर ‘इंडिया' करने से कुछ नहीं होगा. भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई की राज्यव्यापी ‘एन मन, एन मक्कल (मेरी भूमि, मेरे लोग)' पदयात्रा की शुरुआत से पहले शाह यहां एक रैली को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘‘जब कांग्रेस और द्रमुक सहित उसके सहयोगी दल लोगों के पास वोट मांगने जाएंगे, तो जनता को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान 2जी घोटाले और राष्ट्रमंडल खेल घोटाले सहित भ्रष्टाचार याद आएगा.''
उन्होंने पूछा, “कांग्रेस-द्रमुक और सहयोगियों ने धारा 370 हटाने का विरोध किया, कश्मीर हमारा है या नहीं.”
कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने हाल में 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा से मुकाबला करने के लिए गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) का गठन किया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तमिल पैरोकारी को आगे बढ़ाते हुए शाह ने कहा कि मोदी ने नए संसद भवन में सेंगोल (राजदंड) स्थापित करके तमिल संस्कृति का सम्मान किया है.
उन्होंने द्रमुक शासन पर निशाना साधते हुए इसे देश का सबसे भ्रष्ट शासन बताया और कहा कि भाजपा की यात्रा तमिलनाडु में विकास और सुशासन की राजनीति शुरू करने का एक प्रयास है.
शाह ने एक-एक करके कांग्रेस और उसके सहयोगियों, जिनमें द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) शामिल हैं, का नाम लिया और उन सभी पर देश को नहीं बल्कि अपने परिवारों को सशक्त बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, “सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं, एम के स्टालिन अपने बेटे उदयनिधि को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं.” भाजपा के शीर्ष नेता ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजद नेता लालू प्रसाद यादव और शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे की ऐसे नेताओं के रूप में आलोचना की जो अपने उत्तराधिकारियों को नेतृत्व के पदों पर देखना चाहते थे.”
शाह ने कहा, “मोदी हालांकि एकमात्र नेता हैं जो देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं.”
शाह ने जेल में बंद एक आरोपी व्यक्ति के तमिलनाडु में मंत्री बने रहने का मुद्दा भी उठाया. केंद्रीय मंत्री ने कहा, “प्रवर्तन निदेशालय के एक मामले में गिरफ्तार और जेल में बंद वी सेंथिल बालाजी को मंत्रिमंडल में बनाए रखने पर स्टालिन को शर्म आनी चाहिए.”
उन्होंने पूछा, “क्या जेल में बंद व्यक्ति मंत्री रह सकता है. क्या सेंथिल बालाजी को इस्तीफा नहीं देना चाहिए? सेंथिल बालाजी अगर इस्तीफा दे भी देते हैं तो स्टालिन इसे स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि उन्हें डर है कि उनके सारे राज उजागर हो जाएंगे.” शाह ने राज्य के भाजपा नेता के ‘डीएमके फाइलों' के संबंध में भ्रष्टाचार के आरोपों का संदर्भ देते हुए कहा कि भाजपा के राज्य प्रमुख अन्नामलाई के एक ट्वीट ने द्रमुक शासन को हिलाकर रख दिया है.
उन्होंने पूछा, “कल्पना कीजिए जब अन्नामलाई पूरे राज्य में यात्रा निकालेंगे तो क्या होगा.”
बाद में शाह ने राज्य भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई के साथ ‘एन मन, एन मक्कल' पदयात्रा को हरी झंडी दिखाई. छह महीने तक चलने वाली यह यात्रा 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के चुनाव अभियान की शुरुआत का प्रतीक है.
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