Himachal Pradesh Assembly Election 2022: बीजेपी को हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के साथ-साथ पार्टी के बाग़ी उम्मीदवारों से भी लड़ना पड़ रहा है. चुनाव में सबसे ज़्यादा चर्चा हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक फ़ोन कॉल की. जिसमें उन्होंने फ़तेहपुर से बाग़ी उम्मीदवार कृपाल परमार से चुनाव न लड़ने के लिए कहा. हालांकि पीएम के फोन के बाद भी कृपाल परमार चुनाव लड़ रहे हैं. NDTV ने कृपाल परमार से बातचीत की और जाना आखिर पीएम ने उनसे क्या कहा.
कृपाल परमार ने बताया कि पीएम मोदी ने उनसे फोन करके कहा कि मेरी बात सुन लें... मेरा तुमपर हक है... इस फोन की कीमत कम मत आंकना. परमार ने अपनी बात रखते हुए कहा कि कम नहीं है, यह मेरे लिए भगवान का आदेश है.. अगर फोन दो दिन पहले आता तो कुछ हो जाता.. इसके बाद मोदी जी ने शुक्रिया कहकर फोन काट दिया.
कृपाल परमार ने NDTV से कहा कि जब पीएम मोदी राज्य के प्रभारी थे तो मैं मंत्री था. मेरे उनके साथ पारिवारिक रिश्ता हैं. वो मेरे लिए भगवान के समान हैं. मैं चुनाव लड़ रहा हूं. मैंने मोदी जी को कहा आपका फोन पहले आता है तो मैं नाम वापस ले लेता. लेकिन उन्होंने बताया मेरे को आज बताया गया है.
कृपाल परमार ने कहा कि मेरे खिलाफ साजिश है जो कि कई सालों से हो रहा था. मैं कैसे मर-मर के जी रहा था. मैं लड़ाई में हूं. यहां कांग्रेस और मेरा मुकाबला है. बीजेपी के उम्मीदवार की छवि अच्छी नहीं है.
कृपाल परमार ने बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा पर भी कई आरोप लगाए. उनहोंने कहा मामला नड्डा के पास जाता था. एक साथ पढ़ें हैं. एक साथ कमरों में रहे हैं. साल 2017 से पता नहीं क्या हुआ... मेरे दोस्त दुश्मन हो गए. मेरा मजाक बनाया जाने लगा. जिनसे मैं हारा था उनका निधन हो गया था. सीट पर उपचुनाव हुआ, जो मेरे खिलाफ लड़ा था उसे टिकट दे दिया गया. नड्डा जी ने कहा चुनाव नहीं लड़ना है. मैंने नहीं लड़ा.... मैंने जब कोई विरोध नहीं किया. लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म हुआ. तो मुझे फोन आया की पदाधिकारियों की बैठक में आप नहीं आएंगे.. ये ऊपर से आदेश है.
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