- हिमाचल प्रदेश के कुल्लू, मनाली और लाहौल स्पीति में क्रिसमस और नए साल पर पर्यटकों की भारी भीड़ देखी गई
- मनाली और अन्य प्रमुख स्थानों पर सड़कों पर ट्रैफिक जाम के कारण गाड़ियों की रफ्तार काफी धीमी हो गई थी
- ग्रांफू स्नो पॉइंट पर पर्यटकों की भीड़ 24 दिसंबर से बढ़ने लगी, जहां 4x2 गाड़ियों को परमिशन दी गई थी
हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों पर इन दिनों सिर्फ गाड़ियां ही गाड़ियां नजर आ रही हैं. क्रिसमस के मौके पर पूरे दिन गाड़ियां रेंगती हुई नजर आईं. हिमाचल के कुल्लू, मनाली व लाहौल स्पीति में क्रिसमस और नए साल के अवसर पर पर्यटकों का हजूम उमड़ रहा है. क्रिसमस के दिन हिमाचल प्रदेश के एंट्री पॉइंट से ही गाड़ियों की रफ्तार धीमी हो गई थी. मनाली में सिर्फ गाड़ियां ही गाड़ियां दिख रही थी. ट्रैफिक लोड सड़कों पर इतना था कि ट्रैफिक रेंगती हुई दिखी. ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि नए साल पर स्थिति और टाइट हो सकती है.
शिमला में रोजाना 10000 गाड़ियां
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बुधवार से विंटर कार्निवल का आगाज हो गया है. विंटर कार्निवल बेहद खास रहता है. वहीं, इसके साथ ही क्रिसमस और न्यू ईयर के लिए हजारों की संख्या में सैलानी शिमला पहुंचते हैं. शिमला जिला प्रशासन और पुलिस ने इस बार विंटर कार्निवल, क्रिसमस और न्यू ईयर के लिए विशेष योजना तैयार की है. पुलिस का अंदाजा है कि क्रिसमस से लेकर न्यू ईयर तक शिमला में हर रोज 8 से 10 हजार वाहन पहुंचेंगे. यानी करीब दो से तीन लाख सैलानी सात दिन में शिमला का रुख करेंगें. इस लिहाज से कानून-व्यवस्था और ट्रैफिक को सुचारू बनाए रखने के लिए 400 से जवान तैनात किए जाएंगे,क्रिसमस से न्यू ईयर तक 3-4 लाख सैलानियों के लिए क्या है शिमला में तैयारी? शिमला शहर में आज से 2 जनवरी तक लागू रहेगा विशेष प्लान, शिमला शहर को 5 सेक्टर्स में बांटा गया है.
ग्रांफू स्नो पॉइंट पर लगा मेला
हिमाचल पुलिस को पिछले सालों के अनुभव से इसका पहले से ही अंदाजा था कि क्रिसमस पर लोग कूच करेंगे, इसलिए कई खास इंतजाम किये गए हैं. इसका नतीजा यह रहा कि कोई बड़ा ट्रैफिक जाम नहीं लगा. प्रदेश के लाहौल स्पीति के ग्रांफू में 24 दिसंबर से ही पर्यटकों का पहुंचना शुरू हो गया था. दरअसल, यही एक स्नो पॉइंट है, जहां 4x2 गाड़ियों की परमिशन है, जिसके चलते मनाली पहुंच हर पर्यटक अपनी गाड़ी लेकर ग्रांफू स्नो पॉइंट पहुंच रहा था. यही वजह है कि जिसके चलते यहां पर सैंकड़ों गाड़ियां पहुंची.

इधर, हजारों वाहनों की आमद के बीच कुल्लू-मनाली से लेकर लाहौल स्पीति तक की सड़कों पर जाम का डर भी बना रहता है. रोहतांग पास और लाहौल स्पीति के शिंकुला में मात्र 4x4 गाड़ियों की ही परमिशन है, जिसके चलते वाहन कम पर्यटक पहुंच रहे हैं.

आपदा से जूझ रहे प्रदेश के लिए अच्छी खबर
हिमाचल प्रदेश में यह भीड़ अभी नए साल तक ऐसी रहने वाली है. एक तो नए साल का मौका है, दूसरा मैदानी इलाकों में इस समय वायु प्रदूषण का स्तर (AQI) बढ़ा है. ऐसे में लोग प्रदूषण से बचने के लिए पहाड़ों की ओर रुख कर रहे हैं. आपदा से जूझ रहे प्रदेश के लिए अच्छी खबर मानी जा रही है, क्योंकि हालिया आपदा के बाद मायूस व्यापारियों के लिए पर्यटकों की यह भीड़ राहत की उम्मीद बनकर सामने आई है.
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