झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को राज्य की नई पर्यटन नीति जारी की. उन्होंने कहा कि राज्य के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के मकसद से ‘नेशनल ज्योग्राफिक इंडिया' पर एक वृत्तचित्र श्रृंखला प्रस्तुत की जाएगी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अभिनेत्री रसिका दुग्गल 23 जुलाई से टेलीविजन चैनल पर ‘पोस्टकार्ड्स फ्रॉम झारखंड' नामक सीरीज की मेजबानी करेंगी, जहां वह झारखंड के प्राकृतिक दृश्यों, कला-संस्कृति और राज्य के कुछ अनूठे अनुभवों को उजागर करेंगी.
सोरेन ने कहा, ‘‘ झारखंड प्रकृति, संस्कृति और सतत जीवन का एक छिपा हुआ खजाना है. प्राचीन मानव सभ्यता के अवशेष से लेकर मनोरम प्राकृतिक सुंदरता, करिश्माई विरासत, स्वदेशी परंपराओं और समुदायों तक, यह एक ऐसा स्थान है, जिसे आप घर जैसा महसूस करेंगे.''
उन्होंने कहा कि झारखंड कई चुनौतियों से जूझ रहा है और कोविड-19 ने पर्यटन उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया. उन्होंने कहा, ‘‘ कोरोना वायरस महामारी के दौरान कई लोगों को नुकसान हुआ, विशेष रूप से पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को, इसलिए यह नई नीति नुकसान की भरपाई करने में मदद करेगी.'' मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल ज्योग्राफिक ने बेहद सृजनात्मक तरीके से झारखंड की कहानी को अपने कैमरे के माध्यम से पेश किया है.
झारखंड की नई पर्यटन नीति में पर्यटन पैकेज और सेवाओं के लिए निजी टूर ऑपरेटर के साथ संयुक्त उद्यम, पर्यटक सूचना केंद्रों (टीआईसी) को संवारने और हर जिले की पर्यटन क्षमता का विस्तृत आकलन करना शामिल है. इसमें पर्यटन सर्किट और पर्यटन से संबंधित परियोजनाओं के विकास के लिए ‘‘मास्टर प्लान'' की योजना बनाने और लागू करने में विशेषज्ञों की भागीदारी भी शामिल है.
यह नीति जल क्रीड़ा गतिविधियों पर भी ध्यान केंद्रित करती है जो राज्य के विभिन्न जलाशयों जैसे तिलैया, मसानजोर, चांडिल, पतरातू, गेतलसूद, केलाघाघ, कांके और हटिया बांधों में शुरू और विस्तारित की जाएंगी. नीति का उद्देश्य झारखंड में ‘आरोग्य पर्यटन' को भी बढ़ावा देना है.
नई नीति के संबंध में मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि झारखंड को हमेशा एक्सट्रैक्शन (खनन) के नजरिए से देखा गया. झारखण्ड को अट्रैक्शन (आकर्षण) के नजरिये से दुनिया देखे, यही हमारा लक्ष्य है. यहां के जल, जंगल, पहाड़, झरने, नदियों में पर्यटन के दृष्टिकोण से असीम संभावनाएं हैं. आप देखेंगे राज्य का नया टूरिज्म पॉलिसी उसी लक्ष्य को प्रतिबिंबित करता है.
उन्होंने कहा कि झारखंड में धरती के नीचे जितने संसाधन हैं, उससे कहीं ज्यादा धरती के ऊपर हैं. प्राकृतिक संसाधनों के साथ-साथ झारखंड में कुशल और मेहनतकश मानव बल भी हैं. आज हर एक क्षेत्र में यहां के युवा आगे बढ़ रहे हैं. पर्यटन के क्षेत्र में भी उनकी सहभागिता से हम आगे बढ़ सकते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा, " हमारे पर्यटन नीति में कई प्रकार के इनसेंटिव्स की बातें कही गई हैं. पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने वाले सभी निवेशकों से आग्रह होगा कि आप झारखण्ड आएं. पहले आएं, पहले पाएं के आधार पर पहले निवेश करने वाले निवेशकों को हम खास पैकेज देंगे. "
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