डॉक्टरों और दिल्ली पुलिस के सहयोग से एक 19 वर्षीय किशोर को नई जिंदगी मिल गयी. एम्स दिल्ली से सड़क पर ट्रैफिक से बचने के लिए से ग्रीन कॉरीडोर बनाकर फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट तक एक हर्ट को ट्रांसप्लांट के लिए पहुंचाया गया. इस दौरान डॉक्टरों के दल ने 14 मिनट में 9.2 किलोमीटर की दूरी तय कर ऑपरेशन को पूरा किया. एक ब्रेन डेड महिला द्वारा हर्ट डोनेट किया गया था. जिसे युवक के शरीर में ट्रांसप्लांट किया गया.
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट (एफईएचआई) ने एक बयान में कहा कि डॉक्टरों की एक टीम को राष्ट्रीय अंग ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) द्वारा मंगलवार को एम्स दिल्ली में एक संभावित कैडवेरिक हार्ट डोनर (ब्रेन डेड) के बारे में पता चला था जिसके बाद पूरे इंतजाम किए गए थे. युवक को पिछले 1.5 वर्षों से हृदय की समस्या थी. जिसके बाद से उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी और तब से वह दवाओं पर थे.
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