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This Article is From Jan 10, 2024

हरियाणा : अस्‍पताल के बाहर कड़कड़ाती ठंड में महिला ने बच्चे को दिया जन्म, गुहार के बावजूद नहीं मिली मदद

आखिरकार महिला ने अस्पताल के गेट के पास सड़क पर खुले में बच्चे को जन्म दिया. खबर फैलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई और आखिरकार मां और बच्चे को अंदर ले जाया गया और एक वार्ड में रखा गया. 

हरियाणा : अस्‍पताल के बाहर कड़कड़ाती ठंड में महिला ने बच्चे को दिया जन्म, गुहार के बावजूद नहीं मिली मदद
चंडीगढ़:

हरियाणा (Haryana) के अंबाला में सरकारी जिला अस्पताल परिसर में सोमवार को एक महिला ने सब्जी की गाड़ी पर एक बच्चे को जन्म दिया. आरोप है कि डॉक्टरों ने उसके पति की बार-बार मदद की गुहार पर ध्‍यान देने से इनकार कर दिया. इस सर्दी की सबसे ठंडी शाम में बच्चे का जन्म दरवाजों के बाहर हुआ. महिला के पति ने कहा, "यह भगवान ही थे, जिन्होंने उन्हें बचाया." उन्होंने कहा, "मैं डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों को भगवान मानता था, लेकिन इस घटना के बाद मेरा इन अस्पताल कर्मचारियों पर से विश्वास उठ गया है."

पंजाब के दप्पर शहर का रहने वाला यह व्यक्ति अपनी गर्भवती पत्नी को अस्पताल पहुंचाने के लिए दर-दर भटक रहा था. उन्होंने कहा कि कोई एक स्‍ट्रेचर तक लाने तक के लिए तैयार नहीं था. आखिरकार महिला ने अस्पताल के गेट के पास सड़क पर खुले में बच्चे को जन्म दिया. 

खबर फैलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई और आखिरकार मां और बच्चे को अंदर ले जाया गया और एक वार्ड में रखा गया. 

इस मामले की जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भी दी गई है, जिन्होंने कहा है कि मामले की पूरी जांच होगी और दोषियों को सजा दी जाएगी.

लापरवाही हुई तो कार्रवाई होगी : विज 

विज ने कहा, "इस मामले की जांच की जानी चाहिए. हम एम्बुलेंस और मुफ्त डिलीवरी सेवा प्रदान करते हैं. इसलिए उन्हें सूचित किया गया था या नहीं - मैं हर चीज की जांच करवाऊंगा. अगर कोई लापरवाही हुई है, तो कार्रवाई की जाएगी." 

मामले की जांच के लिए समिति गठित 

वहीं इस मामले में अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने इस मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है. शहर के सिविल अस्पताल की प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर संगीता सिंगला ने कहा, रिपोर्ट कुछ दिनों में उपलब्ध होगी. 

ये की जाएगी कार्रवाई 

यह पूछे जाने पर कि क्या कार्रवाई की जाएगी, उन्होंने कहा, "हम उन्हें चेतावनी देंगे. विशेष मामले की जांच क्यों नहीं की गई. यदि मरीज ऐसी स्थिति में थी कि उन्‍हें पहुंचने पर प्रसव हुआ तो ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों - डॉक्टर, नर्स को उनकी देखभाल के लिए वहां होना चाहिए था.''

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