हरियाणा (Haryana) के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने आज उन "व्यर्थ" आरोपों को खारिज कर दिया जिसमें उनकी सरकार पर समग्र आंकड़ों को दबाने के लिए राज्य में कोरोना वायरस (Coronavirus) से संबंधित मौतों के आंकड़ों से छेड़छाड़ करने की बात कही गई थी. उन्होंने कहा कि इस मुश्किल समय में लोगों को बीमारी से लड़ने में मदद करनी चाहिए. खट्टर ने हिसार में कल संवाददाताओं से कहा, "हम जिस तरह की स्थिति में हैं, हम डेटा के साथ छेड़छाड़ नहीं करना चाहते हैं." वह स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति की जांच करने के लिए हिसार जिले का दौरा कर रहे थे.
कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी के कारण सोमवार को जिले में हुई पांच मौतों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उपलब्ध बुनियादी ढांचे की सीमाओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए.
एक निजी अस्पताल में पांच COVID -19 रोगियों की मौत हो गई. इन मौतों के लिए अस्पताल के अधिकारियों ने ऑक्सीजन की कमी को कारण बताया है. प्रशासन ने इससे इनकार किया है और मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया है.
खट्टर ने कहा कि "हमें यह इस पर ध्यान देना चाहिए कि लोग कैसे ठीक हो सकते हैं. किसी भी तरह की उत्तेजना मृतकों को वापस नहीं ला सकती है. मौतों की संख्या पर बहस का कोई मतलब नहीं है ..." उन्होंने कहा कि "यह महामारी... न तो आप इसके बारे में जानते थे और न ही मैं. हमें इस समय आपके, मेरे और रोगियों के सहयोग की आवश्यकता है."
हरियाणा में कल कोरोना वायरस संक्रमण से 75 लोगों की मौत हो गई और 11,504 नए मामले सामने आए. आरोप लगाया जा रहा है कि कई राज्य अपनी स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर दिखाने के लिए मौतों की संख्या कम बता रहे हैं.
खट्टर ने कहा कि "हम हर जीवन को बचाने की कोशिश करेंगे. यह कहना बेकार है कि मौतें कम या ज्यादा हैं. यह पूछना सार्थक है कि क्या हम अपने सिस्टम को ठीक कर पा रहे हैं.'' उन्होंने इस आरोप से इनकार किया कि उनका प्रशासन बीमारी और इसके प्रभाव को लेकर उठने वाले सवालों के प्रति अनुत्तरदायी है.
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