दिल्ली में हुई हिंसा के बीच जहां बीजेपी अपने नेताओं के बयानबाजी को लेकर चारो ओर से घिरी हुई है. वहीं हरियाणा सरकार में मंत्री के मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा है कि दंगे तो होते रहते हैं, पहले होते रहे हैं, ऐसा नहीं है... जब इंदिरा गांधी की हत्या हुई, तो पूरी दिल्ली जलती रही.. ये तो जिंदगी का हिस्सा है... जो होते रहते हैं...उन्होंने आगे कहा कि सरकार इस मामले में मुस्तैदी से कंट्रोल रही है. यह दिल्ली का मामला है और ज्यूडीशियल मामला है इस पर कुछ नहीं चाहता हूं. गौरतलब है कि रणजीत चौटाला का बयान ऐसे समय में आया है जब दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से ज्यादा घायल हैं. दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के जाफाराबाद, गोकुलपुरी, मौजपुर, सीलमपुर आदि इलाकों में हिंसा की ये घटनाएं हुई हैं.
#WATCH Haryana Minister Ranjit Chautala on #DelhiViolence: Dange toh hote rahe hain. Pehle bhi hote rahe hain, aisa nahi hai. Jab Indira Gandhi ka assassination hua, toh puri Delhi jalti rahi. Yeh toh part of life hai, jo hote rehte hain. pic.twitter.com/b2zeJRbfmp
— ANI (@ANI) February 27, 2020
वहीं आज दिल्ली हिंसा मामले में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रपति कोविंद को ज्ञापन सौंपकर विरोध दर्ज कराया है. राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि हमने नागरिकों के जीवन, आजादी और संपत्ति को सुरक्षित करने की मांग की है. इसके साथ ही यह भी मांग करते हैं कि गृहमंत्री को हिंसा काबू न कर पाने पर पद से तुरंत हटाया जाए. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा, 'हमने राष्ट्रपति से अपील की है कि वह अपनी शक्ति का इस्तेमाल करके 'राजधर्म' की रक्षा करें. मनमोहन सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति से मिलकर पिछले चार दिनों दिल्ली में जो कुछ भी हुआ उस पर चिंता जताई है और यह शर्म की बात है कि 34 लोगों की मौत और 200 लोग घायल हो गए हैं. ये बताता है कि सरकार किस तरह से असफल हो गई है.
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