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भविष्य की आपूर्ति पर असर नहीं... तेजस हादसे के बाद गिरे HAL के शेयर तो जारी किया बयान

Tejas Crash: दुबई एयर शो में शुक्रवार को तेजस हादसे के बाद सोमवार को एचएएल के शेयर में शुरुआत में 9 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी. हालांकि बाद में इनमें रिकवरी होती दिखाई दी. अब कंपनी ने एक बयान जारी किया है.

भविष्य की आपूर्ति पर असर नहीं... तेजस हादसे के बाद गिरे HAL के शेयर तो जारी किया बयान
तेजस हादसे पर HAL का बयान.
  • HAL ने कहा कि दुबई एयर शो में तेजस हादसा असाधारण परिस्थितियों में हुआ दुर्लभ घटना है.
  • HAL ने बाजार नियामकों को लिखा कि हादसे का कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन या व्यापार संचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
  • HAL जांच एजेंसियों को पूरा सहयोग दे रहा है और जांच के ठोस नतीजे मिलने पर साझेदारों को सूचित करेगा.
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नई दिल्ली:

दुबई एयर शो में 22 नवंबर को हुए तेजस हादसे पर अब फाइटर जेट बनाने वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) का बयान सामने आया है. HAL ने कहा है कि दुबई एयरशो में हुआ हादसा असाधारण हालात में हुई एक दुर्लभ घटना है. इससे कंपनी की भविष्य की आपूर्तियों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. बाजार नियामक बीएसई और एनएसई को जारी चिट्ठी में एचएएल ने यह भी कहा कि इस घटना से कंपनी के व्यापार संचालन या वित्तीय प्रदर्शन पर भी प्रभाव नहीं पड़ेगा.

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HAL ने कहा- एजेंसियों को पूरा सहयोग दे रहे

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बाजार नियामकों को लिखी चिट्ठी में यह भी लिखा कि वह इस बारे में जांच कर रही एजेंसियों को पूरा सहयोग दे रही है. ठोस नतीजे मिलने पर सभी साझेदारों को सूचित किया जाएगा.

तेजस क्रैश के बाद HAL के शेयर में आई थी गिरावट

बता दें कि दुबई एयर शो में शुक्रवार को तेजस हादसे के बाद सोमवार को एचएएल के शेयर में शुरुआत में 9 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी. हालांकि बाद में इनमें रिकवरी होती दिखाई दी. तेजस क्रैश हादसे में वायुसेना के पायलट विंग कमांडर नमंश स्याल की मौत हो गई थी. रविवार को देश ने नम आंखों से विंग कमांडर स्याल को अंतिम विदाई दी.

वायुसेना ने दुर्घटना की वजहों का पता लगाने के लिये कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है. इससे पहले तेजस की एक दुर्घटना साल 2024 में जैसलमेर के पास हुई थी. हालांकि उसमें पायलट समय पर इजेक्ट कर पाने में कामयाब रहा था.

तेजस पर झूठ फैला रहा पाकिस्तान

इस बीच सोशल मीडिया पर कई पाकिस्तानी अकाउंट लगातार तेजस की छवि खराब करने के लिए मनगढ़ंत बातें फैला रहे हैं. भारत सरकार की तथ्य-जांच एजेंसी पीआईबी फैक्ट चेक ने ऐसे कई दावों को गलत साबित किया है. वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के नाम से एक नकली पत्र फैलाया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि वायुसेना तेजस को छोड़ने वाली है. इसके अलावा एआई से तैयार एक फर्जी वीडियो भी चलाया गया, जिसमें वायुसेना प्रमुख को यह कहते दिखाया गया है कि उन्होंने तेजस को शामिल न करने की सलाह दी थी, लेकिन सरकार ने इसे अनसुना कर दिया. दुबई एयरशो के दौरान भी पाकिस्तानी अकाउंट्स ने एक भ्रामक वीडियो शेयर किया था, जिसमें तेजस से तेल लीक होने का दावा किया गया था, जबकि असल में वह विमान की पर्यावरण नियंत्रण प्रणाली और ऑनबोर्ड ऑक्सीजन जनरेटिंग सिस्टम से निकलने वाला पानी था.

तेजस मार्क1ए का इंतजार

रक्षा मंत्रालय ने एचएएल के साथ 2021 में 83 तेजस मार्क 1ए विमानों का करार किया था. इसकी डिलीवरी साल 2024 में ही होनी थी, लेकिन अमेरिकी जीई कंपनी के इंजन आने में हुई लेटलतीफी की वजह से यह विमान अब तक वायुसेना को नहीं मिल सके हैं. हालांकि अमेरिका की ओर से अब इंजन मिलने का सिलसिला शुरू हो चुका है. पिछले महीने 17 अक्टूबर को ही एचएल की नासिक स्थित इकाई में पहले तेजस मार्क1ए ने उड़ान भरी थी. हथियारों के ट्रायल के बाद यह उम्मीद है कि जल्द ही एचएएल वायुसेना को पहले दो तेजस मार्क 1ए एयरक्राफ्ट सौंप देगी. इस बीच रक्षा मंत्रालय ने एचएएल के साथ 97 अतिरिक्त तेजस मार्क-1ए का एक और करार किया है. एचएएल की कोशिश है कि यह सभी 180 एयरक्राफ्ट वायुसेना को साल 2032-33 तक सौंप दिए जाएं.

तेजस की खासियत

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) से सहयोग से तेजस का निर्माण किया है. यह 4.5 पीढ़ी का का एकल इंजन वाला एयरक्राफ्ट है, जो अपनी श्रेणी का सबसे हल्का लड़ाकू विमान है. यह मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट अटैक के साथ-साथ डिफेंस भी कर सकता है. इसमें आठ हार्ड पॉइंट बने हैं, यानी यह आठ जगह हथियार और मिसाइल लेकर उड़ सकता है. इसकी रफ्तार करीब 2200 किलोमीटर प्रतिघंटा है. यह पचास हजार फीट की ऊंचाई पर भी उड़ान भर सकता है. फिलहाल वायुसेना में इसकी दो स्क्वॉड्रन हैं.

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