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This Article is From Jul 05, 2021

'राजनीतिक कैदियों की रिहाई जैसे विश्वास बहाली के कदम नहीं उठाए गए', गुपकर नेताओं ने जताई निराशा

बैठक गठबंधन के प्रमुख एवं नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला के यहां स्थित आवास पर हुई

'राजनीतिक कैदियों की रिहाई जैसे विश्वास बहाली के कदम नहीं उठाए गए', गुपकर नेताओं ने जताई निराशा
गुपकार के नेताओं की बैठक श्रीनगर में हुई.
श्रीनगर:

श्रीनगर में रविवार को पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकर डिक्लरेशन (Gupkar Alliance) की बैठक हुई. इन नेताओं ने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) से मुलाकात के बाद राजनीतिक कैदियों और अन्य की रिहाई जैसे भरोसा बहाली के ठोस कदम अब तक नहीं उठाए गए हैं. गुपकार गठबंधन के प्रवक्ता और CPM नेता एमवाई तारिगामी ने कहा कि विश्वास बहाली के कदमों से जम्मू-कश्मीर के लोगों तक पहुंच बनाने की अत्यंत आवश्यक प्रक्रिया शुरू होती है. जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) की समस्या में सबसे बड़े पक्ष और सबसे ज्यादा पीड़ित वहीं हैं. गुपकार गठबंधन के सभी सदस्यों ने दिल्ली में हुई बैठक के नतीजों पर निराशा जताई है. खासकर जेलों से राजनीतिक कैदियों एवं अन्य कैदियों की रिहाई और जम्मू कश्मीर में 2019 से बने कथित ‘दबाव के माहौल' को समाप्त करने जैसे विश्वास बहाली के कोई ठोस कदम के अभाव पर.

रविवार शाम को नेशनल कान्फ्रेंस (National Conference) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में उनके आवास पर गुपकार गठबंधन की बैठक हुई थी. बैठक में गठबंधन की उपाध्यक्ष एवं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, तारिगामी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता हसनैन मसूदी, पीपल्स मूवमेंट के प्रमुख जावेद मुस्तफा मीर और अवामी नेशनल कान्फ्रेंस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुजफ्फर अहमद शाह शामिल हुए. 24 जून को दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक के बारे में चर्चा करने के लिए यह बैठक बुलाई गई थी.

गौरतलब है कि नयी दिल्ली में 24 जून को जम्मू-कश्मीर पर हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वदलीय बैठक के बाद गुपकर की यह पहली बैठक है.पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा फिर से बहाल करने का लक्ष्य रखने वाले गुपकर गठबंधन के नेताओं की यह बैठक परिसीमन समिति की केन्द्र शासित प्रदेश के दौरे से पहले हुई है. गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त कर दिये थे जिसके साथ ही जम्मू-कश्मीर राज्य को मिला विशेष दर्जा भी समाप्त हो गया था. साथ ही केन्द्र ने पूर्ववर्ती राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था.

गुपकर के एक नेता ने बताया कि बैठक गठबंधन के प्रमुख एवं नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला के यहां स्थित आवास पर हुई. उन्होंने बताया कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, पीएजीडी के मुख्य प्रवक्ता एम. वाई. तारीगामी और नेकां नेता उमर अब्दुल्ला सहित गठबंधन दलों के सभी नेता बैठक में मौजूद थे.

नेता ने बताया, ‘‘यह बैठक पहले 29 जून को होनी थी, लेकिन गठबंधन की उपाध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के कुछ पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण इसे टालना पड़ा. इसलिए यह रविवार को हुई.''

उन्होंने बताया कि नेताओं ने मोदी की सर्वदलीय बैठक और जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात पर चर्चा की.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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