गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को अब न्यायिक हिरासत में साबरमती जेल में रखा जाएगा. आज लॉरेंस बिश्नोई को 14 दिनों की पुलिस कस्टडी के बाद गुजरात पुलिस ने नलिया कोर्ट में पेश किया था. जहां से उसे साबरमती जेल भेजने का आदेश दिया गया है. बता दें साबरमती जेल अतीक अहमद का ठिकाना था. जहां से अतीक धड़ल्ले से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर अपना क्राइम सिंडिकेट चला रहा था. वहीं अब उसी साबरमती जेल में लॉरेंस बिश्नोई शिफ्ट होने वाला है.
सुरक्षा एजेंसियों की नजर
सुरक्षा एजेंसियों को पूरा शक है कि लॉरेंस बिश्नोई गुजरात की जेल में अपना नेटवर्क खड़ा करने की पूरी कोशिश करेगा. जिस तरह से मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मुंबई तक लॉरेंस बिश्नोई के जेल में नेटवर्क फैले है. इसे लेकर जेल प्रशासन और तमाम सुरक्षा एजेंसी पूरी तरह सतर्क है.
दरअसल पिछले साल 14 सितंबर को गुजरात एटीएस ने भारतीय तटरक्षक बल के साथ एक संयुक्त अभियान में कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के समीप समुद्र में पाकिस्तान की एक मछली पकड़ने की नौका को रोका और उससे 200 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की 40 किग्रा हेरोइन बरामद की थी.
‘अल तय्यासा'' नाम की नौका में सवार पाकिस्तान के छह नागरिकों को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया था.
इसके बाद जांच में पता चला था कि हेरोइन को दिल्ली के दो निवासियों सरताज मलिक तथा जग्गी सिंह उर्फ वीरपाल सिंह की मदद से सड़क मार्ग से दिल्ली तथा पंजाब जैसे उत्तरी राज्यों में लाया जाना था. बाद में दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया.
गुजरात पुलिस ने यह भी कहा कि नाइजीरिया के एक नागरिक समेत दो तस्करों के एक गिरोह द्वारा मादक पदार्थ की तस्करी की जा रही थी. ये दोनों तस्कर पंजाब में जेलों में बंद हैं.
आठ आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि मादक पदार्थ तस्कर मीराज रहमानी और अनी चीफ ओबिन्ना उर्फ चीफ (नाइजीरियाई नागरिक) जेल में बैठकर गिरोह चला रहे थे. रहमानी कपूरथला जेल में तथा ओबिन्ना अमृतसर जेल में बंद है. ऐसा आरोप है कि दोनों बिश्नोई के लिए काम कर रहे थे.
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