चंपई सोरेन CM की शपथ के लिए आमंत्रित.
नई दिल्ली:
हेमंत सोरेन की कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के 24 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार देर शाम चंपई सोरेन (Champai Soren Jharkhand Next CM) को शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया.
- झारखंड मुक्ति मोर्चा के दिग्गज नेता चंपई सोरेन आज झारखंड के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे.चंपई सोरेन को बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है. हेमंत सोरेन की कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के 24 घंटे से ज्यादा समय के बाद राज्यपाल ने गुरुवार देर शाम उन्हें शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया.
- सत्रों के मुताबिक बसंत सोरेन और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलमगीर आलम को डिप्टी सीएम पद बनेंगे. जानकारी के मुताबिक विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद चंपई सोरेन अपने कैबिनेट का विस्तार करेंगे. इस बार मंत्रिमंडल में कई नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं.
- झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का यह कदम चंपई सोरेन के गुरुवार को उनसे मुलाकात के कुछ घंटों बाद आया, जिसमें उन्होंने शपथ लेने के लिए आमंत्रित करने की अपील की थी. चंपई सोरेन ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा, "झारखंड में 18 घंटे से कोई सरकार नहीं है और भ्रम की स्थिति है. हम उम्मीद करते हैं कि संवैधानिक प्रमुख होने के नाते आप जल्द ही एक लोकप्रिय सरकार के गठन के लिए कदम उठाएंगे."
- राज्यपाल के फैसले में देरी और संख्या बल में मामूली अंतर के बाद जेएमएम गठबंधन को टूट का डर सता रहा है. जिसकी वजह से उन्होंने अपने विधायकों को हैदराबाद भेजने की कोशिश की.
- जेएमएम का विधायकों को भेजने का प्लान खराब मौसम की वजह से सफल नहीं हो सका. तेलंगाना जाने वाला विमान उड़ान नहीं भर सका, जिसके बाद देर शाम विधायकों को शहर के एक सरकारी गेस्ट हाउस में ले जाया गया. कुछ ही देर बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का चंपई सोरेन को फोन आया.
- झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन के 47 विधायक हैं, और बहुमत का आंकड़ा 41 है. फिलहाल 43 विधायक चंपई सोरेन का समर्थन कर रहे हैं.
- बीजेपी के पास 25 विधायक हैं और आजसू यानी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के पास तीन विधायक हैं. बाकी सीटें एनसीपी और एक वामपंथी दल के बीच बंटी हुई हैं, वहीं 3 विधायक निर्दलीय विधायक हैं.
- बहुमत के कम आंकड़े ने JMM गठबंधन में चिंता पैदा कर दी है. जबकि बुधवार को हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी से पहले से ही नेता इस बात पर जोर दे रहे थे कि उनके पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या बल है.
- चंपई सोरेन ने कहा, "हमने अपने समर्थन में 43 विधायकों के साथ रिपोर्ट सौंप दी है. उम्मीद है कि संख्याबल 46-47 तक पहुंच जाएगी, इसलिए कोई समस्या नहीं है. हमारा 'गठबंधन' बहुत मजबूत है."
- सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल को चंपई सोरेन का समर्थन करने वाले विधायकों का 49 सेकंड का एक रोल-कॉल वीडियो भी दिखाया गया है.