
बक्सर पहुंचे गिरीराज सिंह ने धर्म के आधार पर वोट करने वालों को लेकर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि, "इस देश में धर्म के आधार पर जो वोट करते हैं, वह यह बताएं कि क्या प्रधानमंत्री के द्वारा दी जा रही योजनाओं का लाभ उन तक नहीं पहुंच रहा? क्या भारत सरकार और बिहार सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं ले रहे हैं? अगर ले रहे हैं तो विकास के नाम पर क्यों नहीं वोट कर रहे हैं? धर्म के आधार पर क्यों वोट कर रहे हैं?"
' देश की डेमोग्राफी बदल रही है'
बक्सर के किला मैदान में आम कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गिर्राज सिंह ने कहा, "बंगाल फाइल में दिखाई गई जो बातें हैं, वह बिल्कुल सत्य हैं. इस देश की डेमोग्राफी बदल रही है और बंगाल के कई इलाकों में हिंदू आज भी डरे-डरे रह रहे हैं. हमारी सरकार अगर आई तो रोहनिया और बांग्लादेशी मुसलमानों को पकड़ कर बाहर का रास्ता दिखाएगी."
'सीएम नीतीश ने बेटियों को पढ़ने का मौका दिया'
दरअसल गिरिराज सिंह बक्सर के युवा कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे हुए थे, जहां उन्होंने भारत में बादल राही धार्मिक आधार पर डेमोग्राफी को लेकर चिंता जताई. गिर्राज सिंह ने कहा कि बिहार के कई इलाकों में अब डेमोग्राफी बदल चुकी है और वहां पर विकास के आधार पर नहीं, धर्म के आधार पर वोट किए जाते हैं. गिरिराज सिंह ने कहा कि, "2005 से पहले बिहार में बेटियों का साक्षरता दर 37% थी. आज 87% हो चुकी है. जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आए तो उन्होंने बेटियों को पढ़ने का मौका दिया."
लालू यादव के कार्यकाल के बारे में उन्होंने कहा, "आज बिहार सरकार बेटियों को मैट्रिक पास करने पर 10,000 रुपये दे रही है. लालू यादव के जंगल राज में यह कभी नहीं होता." उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या 2005 से पहले बिजली थी? सड़कें थी? आज पूरे बिहार में चमचमाती हुई बिजली है, सड़के हैं, जिससे हम लोगों का बक्सर से पटना आना-जाना आसान हुआ है.
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