इस गणतंत्र दिवस यानि 26 जनवरी (Republic Day) को भारतीय सेना (Indian Army) की विराट शक्ति का एक 'प्रचंड' रूप भी दिखाई देगा. दरअसल, सेना के मल्टीरोल लाइट अटैक हेलीकॉप्टर का नाम है 'प्रचंड'(Prachand Helicopter). हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) में बना ये हेलीकॉप्टर सेना की कई ज़रूरतें पूरी करता है. आइए आपको बताते हैं प्रचंड हेलीकॉप्टर की कुछ खासियतें...
288 किमी की रफ़्तार से उड़ान भरने में सक्षम
प्रचंड हेलीकॉप्टर रेगिस्तान में भी कारगर है और ऊंचे पहाड़ी इलाक़ों में भी... 2 सीटों वाले प्रचंड का वज़न 5.89 टन है. प्रचंड में 2 शक्तिशाली इंजन लगे हैं. इसमें ग्लास कॉकपिट है और ये 288 किमी की रफ़्तार से उड़ान भर सकता है. ये एक बार में रिफ्यूलिंग किये बिना 550 किमी तक उड़ान भर सकता है.
सेंसर्स बनाते हैं हेलीकॉप्टर को ख़ास
उच्च दबाव वाले क्षेत्र में उड़ान भरने की क्षमता प्रचंड हेलीकॉप्टर को बेहद ख़ास बनाती है. ये 16,400 फुट की ऊंचाई पर उतर सकने और उड़ान भरने वाला इकलौता अटैक हेलीकॉप्टर है. इसके सेंसर्स भी इस हेलीकॉप्टर को ख़ास बनाते हैं. इसमें एक साधारण कैमरा और एक इन्फ्रा रेड कैमरा है. ये कैमरे खराब मौसम में भी लोकेशन और स्थिति का सटीक पता लगाने में सक्षम हैं.
अचूक निशाने के लिए लेजर डेजिग्नेटर
प्रचंड हेलीकॉप्टर में जमीन और हवाई लक्ष्यों पर गोलीबारी, लेजर-गाइडेड बम और मिसाइलों से निशाना साधने के लिए लेजर डेजिग्नेटर का भी इस्तेमाल किया गया है, जो इसके निशानों को अचूक बना देता है. इसका सुरक्षा कवच भी काफी मजबूत है. इसमें 70 मिलीमीटर का रॉकेट लगा है, जिसकी सीधी फायरिंग ग्रेट 4 किलोमीटर तक और अप्रत्यक्ष फायरिंग रेंज 8 किलोमीटर तक है.
प्रचंड की नोज में एक 20 मिलीमीटर की गन भी लगी है. यह 2 किलोमीटर की फायरिंग रेंज के साथ प्रति मिनट 800 राउंड फायर करने में सक्षम है. साथ में यह हवा से हवा और हवा से जमीन में मार करने वाली मिसाइल से भी लैस है. इन्हीं खूबियों की वजह से इस अटैक हेलीकॉप्टर को पाकिस्तान से लेकर चीन की सीमा पर तैनात किया जा रहा है.
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