फ्यूचर बनाम अमेजन विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने पांच दिन पहले फैसला सुरक्षित रखने के बाद लिखित दलीलें देने की मांग पर नाराजगी जताई. अमेजन के वकील नकुल दीवान ने अदालत से कहा कि अपनी दलीलों के अलावा वे अदालत को कुछ लिखित तथ्य भी देना चाहते हैं. इस पर CJI एनवी रमना ने कहा कि हमने सब सुन तो लिया था, आप सब कुछ तो बता चुके. अब हमने पांच दिन पहले फैसला सुरक्षित भी कर लिया है. अब आप इसे और पेचीदा मत बनाइए.
चीफ जस्टिस ने कहा कि आपको लिखित दलील पेश करने की इजाजत देने का सीधा अर्थ है कि सामने वाला पक्ष भी करेगा. क्या आप चाहते हैं कि अदालत इस बाबत नोटिस जारी करे? इस पर फ्यूचर ग्रुप के वकील केवी विश्वनाथन ने कहा कि दूसरा पक्ष मामले को लटकाए रखने के लिए ही ये हथकंडे अपना रहा है क्योंकि पिछली बार हुई सुनवाई में उन्होंने लिखित दलील के लिए कुछ भी नहीं कहा था.
इस पर नकुल दीवान बोले कि हम सिर्फ अपनी दलीलों के आधार का सार संक्षेप आपको देना चाहते हैं. इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि अगर अब भी आपको लग रहा हो कि हम इतने कुशाग्र बुद्धि नहीं हैं जो आपकी दलीलें नहीं समझ पाए तो आप लिखित में भी दे दें. लेकिन ये याद रखें कि दूसरी पार्टी ने भी ऐसा ही किया तो हम इस पूरे मामले को फिर से सुनेंगे. CJI ने दोनों पक्षकारों से कहा कि आप लोगों ने इस मुकदमे को खेल समझ रखा है जिसमें दोनों ओर से एक के बाद एक हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.